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प्रताप नगर में मिट्टी चोरी की बढ़ती घटनाएं, पुलिस ने शुरू की कार्रवाई

जयपुर के प्रताप नगर में खाली भूखंडों से मिट्टी चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे मिट्टी माफिया को लाभ हो रहा है। पुलिस ने इस अवैध गतिविधि के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। एक कंपनी के प्लॉट से मिट्टी चोरी के मामले में पुलिस ने आरोपियों की पहचान करने के लिए जांच शुरू कर दी है। चोरी की गई मिट्टी को माफिया भारी कीमतों पर बेच रहे हैं, जिससे उन्हें लाखों का लाभ हो रहा है। पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
 

मिट्टी चोरी की घटनाओं में वृद्धि

जयपुर में खाली भूखंडों से मिट्टी की चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। यह अवैध गतिविधि न केवल भूखंडों को नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि मिट्टी माफिया को भी अपने पैर जमाने का अवसर दे रही है। प्रताप नगर क्षेत्र में मिट्टी चोरी के मामलों ने गंभीरता से ध्यान आकर्षित किया है। पुलिस ने मिट्टी माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की योजना बनाई है। एक कंपनी के प्लॉट से चार फीट तक खुदाई कर और चारदीवारी तोड़कर मिट्टी चुराने का मामला सामने आया है। पुलिस अब आरोपियों की पहचान करने में जुटी है। कंपनी के प्रतिनिधि आकाश गोयल ने 9 अक्टूबर को प्रताप नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया कि जेसीबी और तीन डंपरों की मदद से प्लॉट की चारदीवारी तोड़कर मिट्टी चुराई जा रही है।


मिट्टी की बिक्री पर माफिया का कब्जा

प्रताप नगर में चोरी की गई मिट्टी को माफिया भारी कीमतों पर बेच रहे हैं। एक डंपर मिट्टी की कीमत लगभग चार हजार रुपए तक पहुंच गई है, जबकि ट्रॉली की कीमत एक हजार से बारह सौ रुपए के बीच है। इस प्रकार, माफिया मुफ्त में मिली मिट्टी से लाखों रुपए कमा रहे हैं।


पुलिस की जांच और कार्रवाई

थानाप्रभारी राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि इस मामले में मुकेश मेहता का नाम सामने आया है, जिसके निर्देश पर मिट्टी खोदी जा रही थी। पुलिस उसकी जानकारी इकट्ठा कर रही है और जेसीबी तथा डंपर चालकों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। क्षेत्र में पुलिस की गश्त को भी बढ़ा दिया गया है।


पुलिस की सतर्कता और कार्रवाई

पत्रिका में मामले की रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद मिट्टी माफिया भूमिगत हो गए हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है और सतर्कता बढ़ा दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और खाली भूखंडों की निगरानी की जा रही है।