पौष पुत्रदा एकादशी 2025: जानें व्रत के नियम और वर्जित खाद्य पदार्थ
पौष पुत्रदा एकादशी 2025 का व्रत 30 दिसंबर को मनाया जाएगा। यह व्रत संतान की कामना के लिए किया जाता है और इसके नियम भी कठिन हैं। जानें इस दिन किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, ताकि भगवान विष्णु की कृपा बनी रहे।
Dec 20, 2025, 16:33 IST
पौष पुत्रदा एकादशी 2025
पौष पुत्रदा एकादशी 2025Image Credit source: Freepik
पौष पुत्रदा एकादशी: हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत अत्यंत पवित्र माना जाता है। इसे सभी व्रतों में सर्वोच्च स्थान दिया गया है। पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पौष पुत्रदा एकादशी के रूप में मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य संतान की इच्छा को पूरा करना है। इस व्रत के पालन से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती।
हालांकि, पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत फलदायी होने के साथ-साथ इसके नियम भी कठिन हैं। हिंदू धर्म के शास्त्रों में उल्लेख है कि इस दिन पूजा से लेकर आहार तक सभी कार्य निर्धारित नियमों के अनुसार करने चाहिए। यदि व्रत का पालन सही तरीके से नहीं किया गया, तो इसका फल नहीं मिलता। इस दिन कुछ विशेष खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए, अन्यथा भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं।
पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत कब है?
पौष मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 30 दिसंबर को सुबह 6:38 बजे शुरू होगी और 31 दिसंबर को 4:48 बजे समाप्त होगी। इसलिए, इस वर्ष पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत 30 दिसंबर को मनाया जाएगा।
पौष पुत्रदा एकादशी के दिन न करें सेवन
- इस दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि एकादशी के दिन चावल खाने से दोष लगता है।
- मांस, तामसिक खाद्य पदार्थों का सेवन भी वर्जित है। इनका सेवन करने से भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं।
- तुलसी भगवान विष्णु को प्रिय है, इसलिए एकादशी के दिन तुलसी को छूना या इसके पत्ते तोड़ना नहीं चाहिए।
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