पृथ्वीराज चव्हाण का ऑपरेशन सिंदूर पर बड़ा बयान
पृथ्वीराज चव्हाण का बयान
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के पहले दिन ही उनकी टीम को गंभीर हार का सामना करना पड़ा। 7 तारीख को हुई एक आधे घंटे की हवाई झड़प में उनकी टीम को करारी हार मिली, चाहे लोग इसे स्वीकार करें या नहीं। भारतीय वायुसेना के विमानों को गिराया गया था, जिससे वायुसेना पूरी तरह से निष्क्रिय हो गई। चव्हाण ने स्पष्ट किया कि यदि ग्वालियर, बठिंडा या सिरसा से कोई विमान उड़ान भरता, तो उसे पाकिस्तान द्वारा मार गिराए जाने की संभावना बहुत अधिक थी, इसलिए वायुसेना को पूरी तरह से ठप कर दिया गया था.
सेना की स्थिति पर सवाल
चव्हाण ने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना की गतिविधियाँ एक किलोमीटर भी नहीं बढ़ीं। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दो-तीन दिनों में जो कुछ हुआ, वह केवल हवाई और मिसाइल युद्ध था। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या हमें वास्तव में 12 लाख सैनिकों की आवश्यकता है, या क्या हम उनसे अन्य कार्य नहीं करवा सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने अपनी भविष्यवाणी का भी उल्लेख किया जिसमें उन्होंने कहा था कि 19 दिसंबर को देश में एक बड़ा राजनीतिक परिवर्तन होगा और प्रधानमंत्री एक मराठी नेता होंगे।
जेफरी एपस्टीन मामले पर चर्चा
पत्रकारों से बातचीत करते हुए चव्हाण ने अमेरिका में जेफरी एपस्टीन से संबंधित घटनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि एपस्टीन, जो लगभग 1995-96 में सुर्खियों में आए थे, नाबालिग लड़कियों की यौन तस्करी में शामिल थे। आरोप है कि उन्होंने कई राजनीतिक हस्तियों को हनी-ट्रैप के जरिए फंसाया और उनकी रिकॉर्डिंग की। पीड़ितों की शिकायतों के बाद जांच की गई, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें गंभीर आरोपों में दोषी ठहराया गया। बाद में संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई, जिसे आत्महत्या के रूप में घोषित किया गया, लेकिन इसने अमेरिका में बड़ा विवाद खड़ा कर दिया।