पुणे में अमित शाह के दौरे के चलते स्कूलों में अवकाश
केंद्रीय मंत्री अमित शाह के पुणे दौरे के चलते यातायात प्रतिबंधों के कारण कई स्कूलों ने अवकाश घोषित किया। दौरे की शुरुआत एनडीए में पेशवा की प्रतिमा के अनावरण से हुई। इस घटना ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है, जिसमें रेलवे स्टेशन के नाम बदलने की मांग भी शामिल है। जानें इस घटनाक्रम के बारे में और क्या कुछ हुआ।
Jul 4, 2025, 12:46 IST
पुणे में यातायात प्रतिबंधों का असर
केंद्रीय मंत्री अमित शाह के पुणे दौरे के कारण कटराज से उरुली देवाची मार्ग पर यातायात प्रतिबंधों के चलते शुक्रवार को कई स्कूल बंद रहे। गृह मंत्री का दौरा खड़कवासला स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में श्रीमंत थोरले बाजीराव पेशवा की प्रतिमा का अनावरण करने से शुरू हुआ। कटराज, कोंढवा, उंद्री और उरुली देवाची में सुबह 11:30 बजे से लेकर अपराह्न 3:30 बजे तक यातायात पर रोक लगाई गई, जिसके कारण इन क्षेत्रों के अधिकांश स्कूलों ने एक दिन का अवकाश घोषित किया है।
प्रतिमा का अनावरण समारोह
13.5 फीट ऊंची और 4,000 किलोग्राम वजनी कांस्य प्रतिमा का अनावरण एनडीए के त्रिशक्ति द्वार पर होगा। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के साथ पेशवा के परिवार के सदस्य भी शामिल होने की संभावना है। हाल ही में पुणे जंक्शन रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पेशवा बाजीराव प्रथम के नाम पर रखने की मांग उठी थी, जिसे भाजपा की राज्यसभा सदस्य मेधा कुलकर्णी ने सबसे पहले उठाया था।
राजनीतिक विवाद का जन्म
कुलकर्णी ने कहा कि कई भारतीय शहरों में रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों के नाम उनकी ऐतिहासिक विरासत के सम्मान में रखे गए हैं, लेकिन पुणे के स्टेशन में ऐसा नहीं है। उन्होंने स्टेशन का नाम बदलकर बाजीराव प्रथम के नाम पर रखने की वकालत की, जो कभी भी युद्ध नहीं हारे। इस मांग ने जल्द ही एक राजनीतिक विवाद का रूप ले लिया, जिसमें कुछ मराठा संगठनों ने इसका विरोध किया। पुणे रेलवे स्टेशन के बाहर कई प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए और सुझाव दिया कि स्टेशन का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज की मां जीजाबाई या समाज सुधारक ज्योतिबा फुले के नाम पर रखा जाना चाहिए।