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पुंडरीक गोस्वामी: यूपी पुलिस की भक्ति बनी मुसीबत

उत्तर प्रदेश के बहराइच में कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी को गार्ड ऑफ ऑनर देने की घटना ने पुलिस को विवाद में डाल दिया है। इस घटना के बाद पुलिस महानिदेशक ने स्पष्टीकरण मांगा है। जानें पुंडरीक गोस्वामी कौन हैं, उनकी पृष्ठभूमि और वे किस प्रकार भारतीय संस्कृति का प्रचार कर रहे हैं।
 

पुंडरीक गोस्वामी का परिचय

कथावाचक पुंडरिक गोस्वामीImage Credit source: Instagram- Sripundrik


पुंडरीक गोस्वामी कौन हैं: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में पुलिस ने एक निजी समारोह में कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी को गार्ड ऑफ ऑनर देकर विवाद खड़ा कर दिया है। यह घटना अब चर्चा का विषय बन गई है। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो और तस्वीरें तेजी से फैल रही हैं। पुलिस महानिदेशक ने इस मामले में बहराइच के एसपी से स्पष्टीकरण मांगा है।


पुंडरीक गोस्वामी के लिए पुलिस ने न केवल परेड ग्राउंड खोला, बल्कि उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया। आइए जानते हैं कि पुंडरीक गोस्वामी कौन हैं, जिनकी वजह से बहराइच पुलिस को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।


पुंडरीक गोस्वामी का जीवन

पुंडरीक गोस्वामी का परिचय:


पुंडरीक गोस्वामी एक युवा कथावाचक हैं, जो वृंदावन से हैं। उन्होंने सात साल की उम्र से कथा सुनाना शुरू किया और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त की। उनका जन्म 20 जुलाई, 1988 को वृंदावन में हुआ था। वे प्रसिद्ध संत अतुल कृष्ण गोस्वामी जी महाराज के पौत्र हैं।


गौड़ीय वैष्णव परंपरा का प्रचार

गौड़ीय वैष्णव परंपरा का प्रचार:


पुंडरीक गोस्वामी का परिवार 38 पीढ़ियों से भागवत कथा का प्रचार कर रहा है। उन्होंने आध्यात्मिक मार्ग को अपनाया और वर्तमान में श्रीमद माधव-गौडेश्वर पीठम के 38वें आचार्य हैं। वे विश्वभर में गौड़ीय वैष्णव परंपरा का प्रचार कर रहे हैं और श्रीकृष्ण, श्रीमद्भागवतम, चैतन्य चरितामृत, राम कथा और भगवद गीता पर प्रवचन देते हैं।


इसके अलावा, वे गोपाल क्लब और निमाई पाठशाला जैसे कार्यक्रमों का संचालन कर रहे हैं, जिससे युवाओं को भारतीय संस्कृति से जोड़ा जा रहा है। वे सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं, जैसे कि वंचितों के लिए चिकित्सा शिविर और गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान करना।