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पाली में प्रदर्शन के दौरान हिंसा, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प

पाली जिले में शुक्रवार को राष्ट्रीय पशुपालक संघ और डीएनटी संघर्ष समिति द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में एक पुलिसकर्मी घायल हुआ। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। एएसपी विपिन शर्मा ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन तनाव बना हुआ है। प्रशासन के साथ बातचीत के बावजूद कोई सहमति नहीं बन पाई, जिससे प्रदर्शनकारियों ने हाईवे को जाम कर दिया।
 

पाली में प्रदर्शन का हाल

शुक्रवार शाम को पाली जिले में राष्ट्रीय पशुपालक संघ और विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध-घुमंतू जनजातियाँ (डीएनटी) संघर्ष समिति द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प ब्यावर-पिंडवाड़ा राजमार्ग (एनएच-162) पर बलराई गाँव के निकट हुई। एएसपी विपिन शर्मा ने जानकारी दी कि स्थिति अब नियंत्रण में है और शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत जारी है।


पुलिस ने बताया कि यह घटना रानी कस्बे के पास बलराई गांव में लगभग चार बजे हुई। प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, जिसके परिणामस्वरूप एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।


भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। भारी पुलिस बल की तैनाती के बाद लगभग एक घंटे में स्थिति पर काबू पाया गया। झड़प के कारण ब्यावर-पिंडवाड़ा राजमार्ग पर भीषण जाम लग गया, जिससे पुलिस को यातायात को अन्य मार्गों पर मोड़ना पड़ा।


पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के साथ कई बार बातचीत की, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई। पाली के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा ने कहा कि स्थिति अब भी तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बातचीत से समस्या का समाधान निकलेगा।


प्रशासन के साथ बातचीत के बावजूद, कोई नतीजा नहीं निकला और प्रदर्शनकारियों ने हाईवे को जाम कर दिया। जब पुलिस ने यातायात को सुचारू करने का प्रयास किया, तो तनाव बढ़ गया और भीड़ के कुछ हिस्सों से पथराव शुरू हो गया। इस हमले में एक पुलिसकर्मी घायल हुआ। जवाब में, पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठियाँ चलाईं और आँसू गैस के गोले छोड़े। इस झड़प ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी और व्यस्त मार्ग पर लंबा जाम लग गया.


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