पायल और काले धागे का महत्व: जानें ज्योतिषीय दृष्टिकोण
पायल और काले धागे का उपयोग
महिलाएं अक्सर अपने पैरों में पायल पहनती हैं, जो सुहागिन महिलाओं का एक महत्वपूर्ण श्रृंगार है। कई महिलाएं पायल के साथ काला धागा भी बांधती हैं। यह जानना जरूरी है कि क्या पायल के साथ काला धागा पहनना उचित है।
इस विषय पर कई महिलाएं सोचती हैं कि क्या यह शगुन या अपशकुन है। आइए, इस पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
काले धागे का महत्व
ज्योतिष के अनुसार, काला धागा नकारात्मक ऊर्जा और नजर दोष से सुरक्षा का एक प्राचीन उपाय है। यह रंग शनि और राहु-केतु जैसे ग्रहों का प्रतिनिधित्व करता है। जब इसे पैरों में बांधा जाता है, तो इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
शास्त्रों के अनुसार, पायल आमतौर पर चांदी की होती है, जो ठंडी होती है। इसे पहनने से शरीर की गर्मी संतुलित रहती है और नकारात्मक ऊर्जा को भी खींच लेती है। पायल पहनने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
क्या काला धागा और पायल एक साथ पहन सकते हैं?
काला धागा और पायल को एक साथ पहनना संभव है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। विशेषकर, जिन महिलाओं की राशि वृश्चिक या कर्क है, उन्हें यह दोनों चीजें एक साथ नहीं पहननी चाहिए। ऐसा करने पर उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इन राशियों की महिलाओं को काले धागे के बजाय सफेद धागा या चांदी का कड़ा पहनना चाहिए।