पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक में अफगानिस्तान में बच्चों समेत 10 की मौत
पाकिस्तानी हमलों में नागरिकों की मौत
तालिबान सरकार ने जानकारी दी है कि अफगानिस्तान में पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक के परिणामस्वरूप नौ बच्चों सहित 10 लोगों की जान चली गई।
तालिबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने मंगलवार को बताया कि पाकिस्तानी हमलों में कम से कम नौ बच्चे और एक महिला मारे गए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने खोस्त प्रांत के गुरबुज़ जिले के मुगलगई क्षेत्र में एक घर पर बमबारी की।
मुजाहिद ने एक पोस्ट में कहा, "कल रात लगभग 12 बजे खोस्त प्रांत के गुरबुज़ जिले में, मुगलगई इलाके में, पाकिस्तानी हमलावर सेना ने एक स्थानीय नागरिक वलियत खान के घर पर बमबारी की। इस हमले में नौ बच्चे (पांच लड़के और चार लड़कियां) और एक महिला मारे गए, और उनका घर पूरी तरह से नष्ट हो गया।"
पाकिस्तान के हमले और नागरिकों पर प्रभाव
मुजाहिद ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने कुनार और पक्तिका प्रांतों में भी हमले किए, जिसमें चार नागरिक घायल हुए।
उन्होंने कहा, "कुनार और पक्तिका में भी एयरस्ट्राइक हुई, जिसमें चार नागरिक घायल हुए।"
पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव लंबे समय से बना हुआ है, जो सीमा पार हमलों और बढ़ते विश्वास के कारण है।
अक्टूबर में, पाकिस्तान ने अफगान सीमा क्षेत्रों में एयरस्ट्राइक की, जिसमें तीन अफगान क्रिकेटर मारे गए।
अफगान अधिकारियों ने आरोप लगाया कि मारे गए लोगों में बच्चे और आम नागरिक भी शामिल थे।
हालांकि, दोनों पक्षों ने संभावित सीज़फ़ायर पर बातचीत की है, लेकिन पाकिस्तान के ऑपरेशन बिना रुके जारी हैं।
पाकिस्तान में TTP के हमले
इस बीच, पाकिस्तान को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के हमलों में वृद्धि का सामना करना पड़ा है।
इस्लामाबाद ने बार-बार अफगान तालिबान पर TTP के आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाया है, जबकि काबुल ने इन दावों का खंडन किया है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच पुरानी दुश्मनी
दोनों देशों के बीच दुश्मनी कोई नई बात नहीं है। पाकिस्तान बनने के तुरंत बाद, काबुल की आज़ाद "पश्तूनिस्तान" की मांग ने तनाव बढ़ा दिया था।
1949 में, पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के अंदर कबायली बस्तियों पर बमबारी की, जिससे कई सीमा पर झड़पें हुईं।
बाद में अमेरिका ने दखल दिया, जिससे अफगानिस्तान को पाकिस्तान और ईरान दोनों के साथ रिश्ते फिर से बनाने पर मजबूर होना पड़ा।