पाकिस्तान में लापता भारतीय महिला ने इस्लाम कबूल कर किया विवाह
सरबजीत कौर का नया जीवन
पंजाब के कपूरथला की निवासी सरबजीत कौर, जो गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व के अवसर पर पाकिस्तान गई थीं, अब वहां लापता होने के बाद एक पाकिस्तानी व्यक्ति से विवाह कर चुकी हैं। उनके नए नाम 'नूर' के साथ एक उर्दू में जारी निकाहनामा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें उनके पति का नाम नासिर हुसैन बताया गया है, जो शेखूपुरा के निवासी हैं.
धार्मिक यात्रा और लापता होने की जानकारी
4 नवंबर को, लगभग 1,900 सिख श्रद्धालुओं का एक जत्था वाघा-अटारी बॉर्डर के माध्यम से पाकिस्तान पहुंचा। यह धार्मिक यात्रा दोनों देशों के बीच एक लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय समझौते के तहत होती है, जिसमें सिख समुदाय अपने ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करता है। यह जत्था 13 नवंबर को भारत लौट गया, लेकिन सरबजीत कौर वापस नहीं आईं। पाकिस्तानी इमिग्रेशन ने भारतीय अधिकारियों को सूचित किया कि वह एग्जिट क्लियरेंस के लिए नहीं पहुंची थीं.
पुलिस की कार्रवाई और परिवार की जानकारी
पुलिस ने इस मामले की प्रारंभिक रिपोर्ट भारतीय एजेंसियों को सौंप दी है और अब कौर और उनके परिवार से संबंधित जानकारी इकट्ठा करने की प्रक्रिया जारी है। गांव से मिली जानकारी के अनुसार, सरबजीत कौर की उम्र 52 वर्ष है और वह तलाकशुदा हैं। उनके दो बेटे हैं और उनका पूर्व पति कर्नैल सिंह लगभग 30 वर्षों से इंग्लैंड में रह रहे हैं. उनके पासपोर्ट पर पिता का नाम दर्ज है, न कि पूर्व पति का.
तीर्थ यात्रा का विवरण
इस जत्थे का नेतृत्व अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज्ज ने किया। तीर्थयात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने ननकाना साहिब स्थित गुरुद्वारा जन्म स्थान, करतारपुर के श्री दरबार साहिब और पंजाब प्रांत के कई अन्य ऐतिहासिक गुरुद्वारों का दर्शन किया.