पाकिस्तान की विदेश नीति पर पीटीआई नेता की गंभीर चेतावनी
पाकिस्तान की स्थिति पर चिंता
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता अब्दुल समद याकूब ने देश की मौजूदा सैन्य और विदेश नीतियों की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अफगानिस्तान के साथ बिगड़ते रिश्ते और आंतरिक रणनीतियों की खामियां पाकिस्तान को क्षेत्रीय अलगाव और आर्थिक संकट की ओर ले जा रही हैं।
सुरक्षा की नई चुनौतियाँ
याकूब ने पीटीआई के संस्थापक इमरान खान की चिंताओं को साझा करते हुए कहा कि हाल ही में सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को दी गई चेतावनी के बाद यह मुद्दा और भी गंभीर हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सैन्य प्रतिष्ठान ऐसी 'विनाशकारी नीतियों' को आगे बढ़ा रहा है जो पाकिस्तान की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के बजाय व्यक्तिगत या विदेशी हितों को प्राथमिकता देती हैं।
पश्चिमी सीमा की असुरक्षा
याकूब ने पश्चिमी सीमा पर बढ़ती असुरक्षा की ओर इशारा किया, जो पूर्वी सीमा पर पारंपरिक ध्यान से एक महत्वपूर्ण बदलाव है। उन्होंने कहा कि पहले पाकिस्तान को भारत के साथ तनाव का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब अफगानिस्तान के साथ पश्चिमी सीमा भी असुरक्षित हो गई है।
आर्थिक स्थिरता पर प्रभाव
उन्होंने सरकार के व्यापार मार्गों को बंद करने और सीमा पार आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय की आलोचना की, इसे एक आत्म-निर्मित घाव बताया जो क्षेत्रीय कूटनीति और आर्थिक स्थिरता को कमजोर करता है। याकूब ने कहा कि इस तरह के कदमों से पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय में और अलग-थलग पड़ रहा है।
निवेश की कमी
याकूब ने कहा कि कई समझौतों और उच्च-स्तरीय यात्राओं के बावजूद, पाकिस्तान में कोई वास्तविक निवेश नहीं हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि देश एक बहुआयामी संकट में फंसा हुआ है, जो नीति और शासन में हर चूक के साथ बढ़ता जा रहा है। निवेशक अब पाकिस्तान से दूर जा रहे हैं।