पश्चिम बंगाल में भूस्खलन और बाढ़ से तबाही: 17 लोगों की मौत
प्राकृतिक आपदा का कहर
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में पुल के टूटने और कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण हड़कंप मच गया है। इस आपदा में 17 लोगों की जान चली गई है और कई लोग लापता हैं। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। भारी बारिश को इस आपदा का मुख्य कारण बताया जा रहा है।
बारिश का कहर
पश्चिम बंगाल और सिक्किम में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे नदियां उफान पर हैं। इसी दौरान, दार्जिलिंग और सिक्किम के बीच का एक पुल अचानक गिर गया।
सड़कें अवरुद्ध
पुल के गिरने से दार्जिलिंग और सिक्किम के बीच का संपर्क टूट गया है, जबकि सड़क धंसने से दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी के बीच की सड़क भी अवरुद्ध हो गई है.
बाढ़ की स्थिति
जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी और कूचबिहार में भारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। कई क्षेत्रों में पानी भर जाने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस भीषण आपदा के चलते दार्जिलिंग और सिक्किम के कई पर्यटन स्थलों को भी बंद कर दिया गया है।
भूस्खलन की घटनाएं
उत्तर बंगाल में लगातार बारिश के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। दार्जिलिंग जिले के मिरिक में भूस्खलन से दो लोगों की मौत हो गई, और दुधिया आयरन पुल का एक हिस्सा बह गया है, जिससे सिलीगुड़ी और मिरिक का संपर्क टूट गया है। कार्सियांग और कालिम्पोंग में भी भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं।
नेशनल हाईवे पर बाधाएं
भारी बारिश के कारण नेशनल हाईवे 10 पर भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। चित्रे, सेल्फी दारा समेत कई स्थानों पर लैंडस्लाइड के कारण रास्ता बंद हो गया है। इसके अलावा, नेशनल हाईवे 717ए पर भी कई भूस्खलन हुए हैं। तीस्ता बाजार क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बन गई है, जिसके कारण कलिम्पोंग से दार्जिलिंग तक का मार्ग बंद कर दिया गया है।