पश्चिम बंगाल में TMC का SIR के खिलाफ विरोध, चुनाव आयोग को दी शिकायत
TMC का SIR के खिलाफ मोर्चा
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी.
पश्चिम बंगाल में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। सोमवार को, पार्टी ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष SIR से संबंधित एक औपचारिक शिकायत प्रस्तुत की। इस शिकायत में TMC ने सवाल उठाया है कि 2003 की पुरानी और गलत मतदाता सूचियों का उपयोग क्यों किया जा रहा है। पार्टी ने कहा कि जब मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं, तो नागरिक इस प्रक्रिया पर कैसे भरोसा कर सकते हैं?
TMC ने यह भी कहा कि कुलपी में कानूनी रूप से आवश्यक 2002 की मतदाता सूची के बजाय 2003 की गलत सूचियों का उपयोग क्यों हो रहा है। चुनाव आयोग की इस पारदर्शिता की कमी से चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर जनता का विश्वास कम होता है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि जब लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है, तो बंगाल चुप नहीं रहेगा।
चुनाव आयोग का SIR अभियान
हाल ही में, चुनाव आयोग ने SIR के दूसरे चरण की घोषणा की है, जिसके तहत पश्चिम बंगाल सहित 12 राज्यों में यह प्रक्रिया शुरू की गई है। ममता सरकार ने इस कदम का विरोध किया है, और TMC का आरोप है कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारों पर काम कर रहा है। पार्टी का कहना है कि बंगाल में SIR की कोई आवश्यकता नहीं है।
अभिषेक बनर्जी की सक्रियता
SIR की शुरुआत के बाद, TMC के महासचिव अभिषेक बनर्जी विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। वे इस प्रक्रिया की निगरानी करेंगे और देखेंगे कि कहीं कोई समस्या तो नहीं है। अभिषेक ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं कि हर विधानसभा में 15 लोगों की टीम बनाई जाए, जिसमें से पांच के पास लैपटॉप होंगे। एक व्यक्ति सीधे BLO2 के संपर्क में रहेगा। उन्होंने हेल्प डेस्क और कैंप लगाने के भी आदेश दिए हैं, जहां प्रिंटर और लैपटॉप उपलब्ध होंगे।