पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच विवाद: गर्भपात के आरोप और राजनीतिक पृष्ठभूमि
भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच एक गंभीर विवाद ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। ज्योति ने पवन पर गर्भपात की गोलियाँ देने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है, जबकि पवन ने इन आरोपों का खंडन किया है। इस विवाद के पीछे बिहार विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि भी है, जिससे यह मामला और भी जटिल हो गया है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और इसके राजनीतिक प्रभाव के बारे में।
Oct 9, 2025, 13:12 IST
पवन सिंह और ज्योति सिंह का विवाद
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के अभिनेता और गायक पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह 8 अक्टूबर को एक विवाद में फंस गए, जिसमें दोनों ने अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने विचार साझा किए। यह विवाद उस समय उभरा जब पवन सिंह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी भूमिका को लेकर सक्रिय हैं। ज्योति सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने पति पर गर्भपात की गोलियाँ देने और उन्हें मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
ज्योति ने कहा कि पवन सिंह का दावा है कि उन्हें बच्चे की इच्छा थी, लेकिन जो सच में ऐसा चाहता है, वह अपनी पत्नी को दवा नहीं देता। उन्होंने बताया कि उन्हें बार-बार गोलियाँ दी जाती थीं। ज्योति ने कहा, "मैंने पहले ज्यादा नहीं कहा, लेकिन पवन जी ने मुझे बोलने पर मजबूर कर दिया। जब मैंने विरोध किया, तो उन्होंने मुझे इतना प्रताड़ित किया कि मैंने रात के 2 बजे 25 नींद की गोलियाँ खा लीं।" इसके बाद उन्हें अंधेरी के बेलेव्यू मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ पवन सिंह के भाई और उनकी टीम के सदस्य भी मौजूद थे। ज्योति ने कहा कि इस दौरान उनके स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ा।
पवन सिंह ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ज्योति के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा, "ज्योति ने इंस्टाग्राम पर लिखा था कि वह मुझसे मिलने लखनऊ आ रही हैं। मुझे उनके इरादों का पता था, इसलिए मैंने प्रशासन को सूचित किया। हम मेरे भाइयों के साथ फ्लैट पर मिले, जबकि ज्योति के साथ उनके भाई और बहन भी थीं। मैंने उनके साथ कैसा व्यवहार किया, यह केवल हम तीनों और भगवान ही जानते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "क्या एक ही छत के नीचे रहते हुए मुक़दमा लड़ा जा सकता है? मैंने अपने स्टाफ से उनके लिए खाना बनाने को कहा और मीटिंग में चला गया। जनता की धारणा मेरे लिए महत्वपूर्ण है। मैं उन लोगों की भावनाओं को कभी ठेस नहीं पहुँचाऊँगा जिन्होंने मुझे इस मुकाम तक पहुँचाया है। ज्योति जी, जब आप मेरी सोसाइटी में आईं, तो मैंने आपका सम्मानपूर्वक स्वागत किया। आपकी बस यही माँग थी कि मैं आपको चुनाव लड़वा दूँ, जो मेरे बस की बात नहीं है।"