पवई में बंधक संकट: पुलिस ने 17 बच्चों को बचाया, आरोपी ढेर
पवई में बंधक संकट का सामना
एपीआई अमोल वाघमारे और रोहित आर्य
गुरुवार को मुंबई के पवई क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब एक व्यक्ति ने 17 बच्चों को एक थिएटर स्टूडियो में बंधक बना लिया। कई घंटों तक चले तनाव के बाद, मुंबई पुलिस ने एक साहसी ऑपरेशन के तहत सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस दौरान, आरोपी रोहित आर्य को पुलिस अधिकारी अमोल वाघमारे ने गोली मारकर ढेर कर दिया। इस ऑपरेशन में अमोल वाघमारे ने अपनी बहादुरी और त्वरित निर्णय क्षमता से सभी की जान बचाई।
घटनाक्रम का विवरण
दोपहर लगभग 1:45 बजे पवई पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति ने बच्चों को वेब सीरीज के ऑडिशन के बहाने एक थिएटर स्टूडियो में बुलाकर बंधक बना लिया है। आरोपी की पहचान रोहित आर्य के रूप में हुई, जो एयर गन से लैस था और उसने स्टूडियो की खिड़कियों पर सेंसर लगा दिए थे ताकि कोई अंदर न आ सके।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने इमारत के पिछले हिस्से से अंदर घुसने की योजना बनाई। अमोल वाघमारे और उनकी टीम ने बाथरूम के शीशे को तोड़कर स्टूडियो में प्रवेश किया। जैसे ही आरोपी ने पुलिस को देखा, उसने गोलीबारी करने की कोशिश की।
क्रॉस फायरिंग में आरोपी ढेर, सभी बंधक सुरक्षित
बच्चों की सुरक्षा के लिए अमोल वाघमारे ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की। क्रॉस फायरिंग के दौरान चली गोली रोहित आर्य की छाती में लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने घटनास्थल से एयर गन और कुछ संदिग्ध रसायन बरामद किए हैं।
19 लोगों की जान बचाई गई
इस अभियान में शामिल सभी 17 बच्चे और एक महिला सहित कुल 19 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। पुलिस की यह कार्रवाई बेहद सावधानी और पेशेवर तरीके से की गई थी।
अमोल वाघमारे, जो हाल ही में पवई पुलिस स्टेशन में नियुक्त हुए थे, पहले क्विक रिस्पांस टीम (QRT) के प्रशिक्षित कमांडो रह चुके हैं। उनकी बहादुरी और तत्परता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। मुंबई पुलिस ने उन्हें इस पूरे ऑपरेशन का नायक करार दिया है।