पलानीस्वामी ने भाजपा के साथ गठबंधन का किया बचाव, द्रमुक पर लगाए गंभीर आरोप
अन्नाद्रमुक का भाजपा के साथ गठबंधन
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ अपने चुनावी गठबंधन का समर्थन करते हुए ‘ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम’ (अन्नाद्रमुक) के महासचिव ई.के. पलानीस्वामी ने स्पष्ट किया कि कोई भी पार्टी, चाहे वह कितनी भी बड़ी क्यों न हो, 30 वर्षों से अधिक समय तक तमिलनाडु पर शासन करने वाली उनकी पार्टी पर हावी नहीं हो सकती।
भाजपा द्वारा अन्नाद्रमुक पर हावी होने की अटकलों के बीच पलानीस्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी 50 साल से अधिक पुरानी है और उसने तमिलनाडु में लगभग 31 वर्षों तक शासन किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इतनी बड़ी पार्टी पर कोई भी हावी नहीं हो सकता।
सत्तारूढ़ द्रमुक और विदुथालाई चिरुथैगल काची (वीसीके) जैसी कई पार्टियों ने अन्नाद्रमुक के भाजपा के साथ गठबंधन की कड़ी आलोचना की है। रविवार को एक जनसभा में पूर्व मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि उनकी पार्टी 2026 के विधानसभा चुनाव में जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में बहुमत से सरकार बनाएगी।
आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एक मजबूत गठबंधन बनाने की उम्मीद जताते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन केवल पहला कदम है। उन्होंने मुख्यमंत्री स्टालिन पर निशाना साधते हुए पूछा कि उन्हें इस गठबंधन की चिंता क्यों है।
पलानीस्वामी ने कहा, 'स्टालिन घबरा गए हैं।' उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री अन्नाद्रमुक और भाजपा के बीच गठबंधन को सहन नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद द्रमुक नेताओं के खिलाफ मामलों को फिर से शुरू किया जाएगा। पलानीस्वामी ने कहा, 'अब जो पलानीस्वामी आप देखेंगे, वह पहले से अलग होगा।'
अन्नाद्रमुक के नेता ने आरोप लगाया कि द्रमुक सरकार के दौरान पंजीकरण कार्यालयों सहित कई विभागों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा, 'कोई भी जगह ऐसी नहीं है जहां भ्रष्टाचार न हो। कमीशन, वसूली, भ्रष्टाचार – ये सब सिर्फ द्रमुक सरकार में ही देखने को मिलता है। यही है द्रमुक के चार साल के शासन की सबसे बड़ी उपलब्धि।