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पत्नी ने पति की हत्या की, बेटे का भविष्य अधर में

रामपुर में एक पत्नी ने अपने पति की हत्या कर दी, जिससे उनका ढाई साल का बेटा हितेश अनाथ हो गया। यह घटना तब सामने आई जब पुलिस ने विमलेश को गिरफ्तार किया, जिसने अपने पति की शराब में नशे की गोलियां मिलाकर उसकी जान ले ली। विमलेश ने बताया कि वह अपने पति की प्रताड़ना से तंग आ चुकी थी। अब लोग हितेश के भविष्य को लेकर चिंतित हैं, जबकि उसकी दादी उसे अपने पास रख रही हैं। जानें इस चौंकाने वाली घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
 

रामपुर में पत्नी ने पति की हत्या की सच्चाई

पति का शव और बेडरूम की दराज में मिली गोलियां, देखकर पुलिस भी हैरान रह गई


रामपुर के खजुरिया थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपने पति की हत्या का अपराध स्वीकार कर लिया है। विमलेश ने बताया कि उसकी शादी देवकी नंदन से लगभग छह साल पहले हुई थी, और उनके पास एक ढाई साल का बेटा हितेश भी है। पति मजदूरी करता था।


ग्राम धावनी बुजुर्ग के कंचनपुर निवासी देवकी नंदन की हत्या उसकी पत्नी विमलेश ने की। पुलिस ने बताया कि विमलेश ने अपने पति की प्रताड़ना से तंग आकर यह कदम उठाया। पुलिस ने इस मामले में विमलेश को गिरफ्तार कर लिया है।


खजुरिया थाना प्रभारी राजीव कुमार के अनुसार, गंगाराम ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि देवकी नंदन और विमलेश के बीच अक्सर झगड़े होते थे। 21 जून की रात, विमलेश ने अपने पति की शराब में नशे की गोलियां मिलाकर उसकी हत्या कर दी।


पुलिस ने विमलेश को उसके घर से गिरफ्तार किया और उसके बेडरूम से नशे की गोलियां भी बरामद कीं। पूछताछ में विमलेश ने बताया कि उसके पति ने हाल ही में शराब पीना शुरू किया था और वह अक्सर उसे मारता था।


विमलेश ने बताया कि 21 जून को देवकी ने बाजार से चिकन और शराब खरीदी थी। उसने शराब की आधी बोतल छोड़कर बाहर चला गया, इस दौरान विमलेश ने नींद की गोलियां शराब में डाल दीं।


विमलेश का कहना था कि उसने ऐसा इसलिए किया ताकि देवकी बिना झगड़ा किए सो जाए, लेकिन उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने विमलेश को न्यायालय में पेश किया, जहां उसे जेल भेज दिया गया।


अब हितेश अनाथ हो गया है। देवकी नंदन की हत्या के बाद लोग उसके भविष्य को लेकर चिंतित हैं। हालांकि, हितेश को उसकी दादी मालदेई ने अपने पास रख लिया है।


पुलिस का मानना है कि विमलेश ने हत्या की योजना पहले से बनाई थी। उसने नशे की गोलियां दस दिन पहले एक मेडिकल स्टोर से मंगवाई थीं।