पत्नी की जिद ने पति को किया मजबूर, बाइक पर चलने की शर्त पर सुलह
आगरा में अनोखी घटना
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से एक अनोखी घटना सामने आई है। एक पत्नी ने अपने ससुराल को छोड़कर मायके जाने का निर्णय लिया और दहेज में मिली सभी चीजें भी अपने साथ ले गई। इसके बाद उसने ससुराल वालों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए परिवार परामर्श केंद्र में मदद मांगी। इस मामले में रविवार को दोनों को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था।
रविवार को परिवार परामर्श केंद्र में 70 जोड़ों को आमंत्रित किया गया था, जिसमें आगरा के सदर क्षेत्र की एक युवती भी शामिल थी। उसने बताया कि उसकी शादी लगभग एक साल पहले एटा के एक युवक से हुई थी, जो एक निजी कंपनी में काम करता है।
युवती ने आरोप लगाया कि शादी के दो महीने बाद ही उसके ससुराल वाले छोटी-छोटी बातों पर झगड़ने लगे। जब उसने अपने पति से इस बारे में बात की, तो उसने भी ससुराल वालों का ही पक्ष लिया।
युवती ने कहा कि उसके पिता ने शादी में मोटरसाइकिल दी थी, लेकिन उसका पति उसे कहीं भी नहीं ले जाता। उसे मायके जाने के लिए बस का सहारा लेना पड़ता है। पति ने कहा कि पत्नी शादी में दी गई मोटरसाइकिल और दहेज का सामान लेकर छह महीने पहले मायके आ गई थी। काउंसलर ने दोनों की बातें सुनीं और पत्नी ने काउंसलिंग के दौरान पति से कहा कि वह तभी ससुराल जाएगी जब वह उसे मोटरसाइकिल पर घुमाएगा। इस पर दोनों के बीच सुलह हो गई।
काउंसलर प्रतिभा जिंदल ने बताया कि लंबे समय तक बातचीत के बाद दोनों में समझौता हो गया है। पत्नी ने शर्त रखी है कि वह पति के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर ही एटा स्थित ससुराल जाएगी।