पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या, सुरक्षा पर उठे सवाल
पटना में व्यवसायी की हत्या
बिहार की राजधानी पटना में एक अज्ञात बाइक सवार ने प्रमुख व्यवसायी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना उस समय हुई जब खेमका अपने आवास पनाश होटल के पास एक अपार्टमेंट के बाहर अपनी कार से बाहर निकल रहे थे। यह घटना उनके बेटे गुंजन खेमका की हत्या के सात साल बाद हुई है।
गोपाल खेमका, जो मगध अस्पताल के मालिक थे, पर शुक्रवार रात को गोली चलाई गई। सीसीटीवी फुटेज में एक नीली शर्ट पहने व्यक्ति को मुख्य प्रवेश द्वार पर खड़ा देखा गया, जो बार-बार पीछे देख रहा था। जब एक मैरून रंग की कार वहां रुकी, तो वह व्यक्ति दौड़कर ड्राइवर की सीट पर बैठे खेमका पर गोली चला देता है और फिर अपनी बाइक पर भाग जाता है।
खेमका के भाई शंकर ने पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि अधिकारी घटना के तीन घंटे बाद मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनके भाई बांकीपुर क्लब के निदेशक भी थे और जब वे रात 11:40 बजे अपनी कार से बाहर निकले, तब उन पर गोलियां चलाई गईं। शंकर ने आरोप लगाया कि पुलिस रात 2:30 बजे तक घटनास्थल पर नहीं पहुंची।
इस घटना ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है, खासकर विधानसभा चुनावों के नजदीक आने पर। सांसद पप्पू यादव ने नीतीश कुमार सरकार के सुशासन पर सवाल उठाए हैं और घटनास्थल का दौरा कर परिवार को सांत्वना दी।
आरजेडी सांसद मनोज झा ने खेमका की हत्या पर चिंता जताते हुए कहा कि क्या बिहार में सरकार नाम की कोई चीज है? उन्होंने कहा कि हत्यारे बेखौफ होकर अपराध कर रहे हैं और राज्य सरकार को कोई अधिकार नहीं है। कांग्रेस नेता प्रेम चंद्र मिश्रा ने भी बिहार में गुंडाराज की स्थिति की आलोचना की।