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पटना में राजद कार्यकर्ता की हत्या से राजनीतिक विवाद बढ़ा

बिहार की राजधानी पटना में एक राजद कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिससे राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया है। तेजस्वी यादव ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया है कि अपराधियों को उनका संरक्षण प्राप्त है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया जा रहा है। इस घटना ने सत्तारूढ़ भाजपा और राजद के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। जानें इस मामले में और क्या हो रहा है।
 

पटना में हत्या की घटना

बिहार की राजधानी पटना में बुधवार रात को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के एक वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव के निर्वाचन क्षेत्र में एक पार्टी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान वैशाली जिले के राघोपुर निवासी राज कुमार उर्फ अला राय के रूप में हुई है। इस घटना ने राजद और सत्तारूढ़ भाजपा नीत राजग के बीच विवाद को जन्म दिया है।


पुलिस की जांच और घटनास्थल की जानकारी

पटना पूर्वी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) परिचय कुमार ने बताया कि यह घटना राजेंद्र नगर इलाके में रात करीब 10 बजे हुई। पुलिस को सूचना मिलने पर वे तुरंत मौके पर पहुंचे और पीड़ित को नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां उसकी मृत्यु हो गई।


एसपी ने कहा, "घटनास्थल से छह कारतूस बरामद हुए हैं। हमें संदेह है कि इस घटना में दो से अधिक लोग शामिल थे।" उन्होंने यह भी बताया कि हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है कि मृतक राजनीति और भूमि के कारोबार से जुड़ा था।


राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

कुमार ने कहा, "हम मामले की हर पहलू से जांच कर रहे हैं और सीसीटीवी फुटेज का भी विश्लेषण कर रहे हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि राय के ड्राइवर का बयान भी दर्ज किया गया है। इस घटना के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है।


तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि अपराधियों को सत्तारूढ़ पक्ष का संरक्षण प्राप्त है और राज्य के अपराधी उप-मुख्यमंत्रियों के घरों में बैठकर हमलों की योजना बनाते हैं। उनका इशारा उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी की ओर था।


तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समझ खत्म हो चुकी है। जब पत्रकारों ने सम्राट चौधरी से यादव के आरोपों के बारे में पूछा, तो उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि बिहार की जनता जानती है कि राघोपुर में किसका हित है और अगर किसी व्यक्ति की हत्या होती है तो किसे फायदा होगा।


चौधरी ने कहा कि लालू जी और उनका परिवार सभी प्रकार के हत्यारों और अपराधियों को संरक्षण देने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन बिहार में अब उनका शासन नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन वाली सरकार इस हत्या की जड़ तक पहुंचेगी और दोषियों को सजा दिलाएगी।