न्यूयॉर्क: दुनिया का सबसे अमीर शहर और इसकी अद्भुत संपत्ति
न्यूयॉर्क की अमीरी का कोई मुकाबला नहीं
आज (4 नवंबर) न्यूयॉर्क में मेयर चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। यह शहर केवल एक सामान्य स्थान नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा नाम है जो ऊंची इमारतों, चमक-दमक और अपार धन का प्रतीक है। इसे ‘दौलत का कटोरा’ कहा जाता है, और इसकी अर्थव्यवस्था इतनी विशाल है कि यह कनाडा जैसे बड़े देशों को भी पीछे छोड़ देती है। यह वह स्थान है जहां हर प्रतिभाशाली व्यक्ति बसने का सपना देखता है।
दौलत का अंबार: न्यूयॉर्क की संपत्ति
न्यूयॉर्क को दुनिया के सबसे अमीर शहर का खिताब यूं ही नहीं मिला है। यहां 60 अरबपति निवास करते हैं, और 675 ‘सेंटी-मिलिनेयर’ भी हैं, जिनकी संपत्ति 10 करोड़ डॉलर से अधिक है। करोड़पतियों की संख्या में भी यह शहर सबसे आगे है, जहां लगभग 3.5 लाख करोड़पति रहते हैं। दिलचस्प बात यह है कि अमेरिका के 50 सबसे अमीर शहरों में से 11 केवल अमेरिका में हैं, लेकिन न्यूयॉर्क इन सभी का सिरमौर है।
हालांकि, इस समृद्धि का एक कड़वा सच भी है। यहां धन का वितरण अत्यधिक असमान है, और शहर की कुल आय का 40% से अधिक हिस्सा केवल शीर्ष 1% धनकुबेरों के पास है।
अर्थव्यवस्था का केंद्र: न्यूयॉर्क
न्यूयॉर्क को अमेरिका की ‘आर्थिक राजधानी’ भी कहा जाता है। 2023 में इसकी जीडीपी लगभग $1.286 ट्रिलियन डॉलर थी, जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था का लगभग 9% है। यहां न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज और नैसडैक जैसे दुनिया के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज स्थित हैं, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था को दिशा देते हैं।
सिर्फ सिक्योरिटीज इंडस्ट्री में ही 1.81 लाख से अधिक लोग काम करते हैं, जो सरकार को अरबों डॉलर का कर देते हैं। इसके अलावा, यहां कई प्रमुख वित्तीय कंपनियों के मुख्यालय भी हैं। टेक्नोलॉजी क्षेत्र में भी न्यूयॉर्क तेजी से उभर रहा है, जहां गूगल, अमेजन और फेसबुक जैसी कंपनियां अपने कारोबार का विस्तार कर रही हैं।
महंगाई का सामना: न्यूयॉर्क में रहना
इस समृद्ध शहर में रहना आसान नहीं है। न्यूयॉर्क का रियल एस्टेट दुनिया में सबसे महंगा माना जाता है, और यहां घर खरीदना आम आदमी के लिए संभव नहीं है। शहर की ‘फिफ्थ एवेन्यू’ को सबसे महंगी शॉपिंग स्ट्रीट का दर्जा प्राप्त है।
यहां का किराया अमेरिका के अन्य बड़े शहरों में सबसे अधिक है। इसके बावजूद, दुनिया भर के अमीर और प्रतिभाशाली लोग यहां आकर बसते हैं। न्यूयॉर्क को ‘संस्कृतियों का संगम’ भी कहा जाता है, जहां 82 लाख की आबादी में 800 से अधिक भाषाएं बोली जाती हैं।