×

नीतू कपूर: तवायफ की बेटी से कपूर खानदान की बहू बनने की कहानी

नीतू कपूर, जो बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता रणबीर कपूर की मां हैं, की कहानी एक तवायफ की बेटी से कपूर खानदान की बहू बनने की है। उनका जीवन संघर्ष और सफलता से भरा हुआ है। जानें कैसे नीतू ने अपने परिवार की कठिनाइयों को पार करते हुए फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई और ऋषि कपूर से विवाह कर कपूर परिवार का हिस्सा बनीं। इस लेख में उनके जीवन के अनकहे पहलुओं पर एक नज़र डालें।
 

नीतू कपूर का प्रारंभिक जीवन

नीतू कपूर: बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता रणबीर कपूर की मां, नीतू कपूर, 70 और 80 के दशक की चर्चित अभिनेत्रियों में से एक मानी जाती हैं। उनका जन्म 8 जुलाई 1958 को एक जाट सिख परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम दर्शन सिंह और मां का नाम राजी कौर था। नीतू ने महज 5 साल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा।


नीतू का अनकहा सच

नीतू कपूर का परिवार एक तवायफ के घर से था। कहा जाता है कि उनकी मां को वेश्या के रूप में काम करने के लिए मजबूर किया गया था। लेकिन उनके सपनों ने उन्हें वहां अधिक समय तक नहीं रखा और वे मुंबई भाग गईं। वहां उन्होंने दर्शन सिंह से विवाह किया और नीतू को जन्म दिया। राजी चाहती थीं कि नीतू भी एक अभिनेत्री बने। नीतू को पहली फिल्म 5 साल की उम्र में मिली थी।


नीतू की पहचान का परिवर्तन

नीतू कपूर का असली नाम हरनीत कौर है। फिल्मों में आने के बाद उनकी मां ने उनका नाम बदलकर नीतू सिंह रख दिया। हरनीत के माता-पिता उन्हें 5 साल की उम्र में मुंबई ले आए थे। राजी ने अपनी बेटी को फिल्मों में लाने का सपना देखा और उनकी मेहनत रंग लाई जब राजश्री प्रोडक्शन ने हरनीत को चाइल्ड एक्ट्रेस के रूप में चुना।


हरनीत कौर को फिल्मों में बेबी सोनिया के नाम से जाना जाता था। उनकी पहली फिल्म ‘बेबी सोनिया’ सफल रही, जिसके बाद उन्हें और काम मिलने लगे।


कपूर परिवार में नीतू की भूमिका

ऋषि और नीतू कपूर की पहली मुलाकात फिल्मों के सेट पर हुई थी। कई सफल फिल्मों में साथ काम करने के बाद उनका रिश्ता दोस्ती से प्यार में बदल गया। 1979 में उनकी सगाई कपूर परिवार के बेटे ऋषि कपूर से हुई और 1980 में उन्होंने शादी कर ली। ऋषि और नीतू ने दो बच्चों, रणबीर कपूर और रिद्धिमा कपूर साहनी का पालन-पोषण किया।