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नीट पीजी 2025 परीक्षा में 13 कैंडिडेट्स का रिजल्ट रद्द, जानें कारण

राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान परीक्षा बोर्ड (NBEMS) ने नीट पीजी 2025 परीक्षा में शामिल 13 कैंडिडेट्स का रिजल्ट रद्द कर दिया है। यह कार्रवाई अनुशासनहीनता के आरोपों के चलते की गई है। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि रद्द किए गए परिणामों का उपयोग अवैध होगा और इसके लिए उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है। जानें इस निर्णय के पीछे की पूरी कहानी और इससे प्रभावित अन्य कैंडिडेट्स के बारे में।
 

नीट पीजी 2025 परीक्षा में अनुशासनात्मक कार्रवाई

NBEMS ने इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है.Image Credit source: freepik


नीट पीजी 2025 परीक्षा में भाग लेने वाले 13 उम्मीदवारों का परिणाम रद्द कर दिया गया है। राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान परीक्षा बोर्ड (NBEMS) ने 2021 से 2025 के बीच हुई परीक्षाओं में अनुशासनहीनता के आरोपों के चलते 22 उम्मीदवारों के नीट पीजी परिणामों को रद्द किया है। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, इनमें से 13 उम्मीदवार नीट पीजी 2025 के हैं।


बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि जिन कैंडिडेट्स का रिजल्ट रद्द किया गया है, वे अपने स्कोरकार्ड का उपयोग किसी भी नौकरी या पीजी कोर्स में प्रवेश के लिए नहीं कर सकते हैं। ऐसा करना अवैध माना जाएगा।


बोर्ड की जिम्मेदारी से इनकार

एनबीईएमएस ने कहा है कि अब अमान्य नीट पीजी परिणामों के आधार पर किसी भी प्रवेश, नौकरी या पंजीकरण के लिए उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं है। बोर्ड ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि रद्द किए गए परिणामों के आधार पर उत्पन्न होने वाली किसी भी जिम्मेदारी से वह इनकार करता है।


किस सत्र के कितने अभ्यर्थियों का रिजल्ट रद्द?

रद्द किए गए 22 उम्मीदवारों में से 13 2025 सत्र के हैं, जबकि तीन 2024, चार 2023, और एक-एक 2022 और 2021 के परीक्षार्थी हैं। यह निर्णय एनबीईएमएस परीक्षा आचार समिति द्वारा कई परीक्षा चक्रों में कदाचार के मामलों की जांच के बाद लिया गया।


दोषी पाए गए अभ्यर्थी

सृष्टि बोम्मनहल्ली राजन्ना को कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले के तहत अयोग्य घोषित किया गया, जबकि अन्य 21 उम्मीदवारों को अनुचित साधनों के प्रयोग का दोषी पाया गया।


नीट पीजी 2025 परीक्षा में शामिल कैंडिडेट्स

नीट पीजी 2025 परीक्षा में 2.42 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिनमें से 1,28,116 ने एमडी, एमएस और पीजी डिप्लोमा कोर्स में दाखिले के लिए योग्यता प्राप्त की। परिणाम घोषित होने के बावजूद, काउंसलिंग कार्यक्रम अभी भी लंबित है, जो चल रही कानूनी कार्यवाही के कारण है।