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नासिक कुंभ मेला 2027: पेड़ कटाई विवाद में फंसी सरकार

महाराष्ट्र के नासिक में 2027 में आयोजित होने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले की तैयारी के बीच 1800 पेड़ों की कटाई का विवाद सामने आया है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए पेड़ों की कटाई पर रोक लगा दी है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विरोध प्रदर्शनों को राजनीतिकरण का आरोप लगाया है। जानें इस विवाद के पीछे की कहानी और सरकार की योजनाएं।
 

2027 में नासिक में कुंभ मेला

महाराष्ट्र के नासिक और त्र्यंबकेश्वर में 2027 में 'सिंहस्थ कुंभ मेला' का आयोजन होने जा रहा है। देवेंद्र फडणवीस की सरकार इस मेले की तैयारी में जुटी हुई है। पिछले साल उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ की सफलता के बाद, महाराष्ट्र सरकार का उद्देश्य नासिक कुंभ को भी सफल बनाना है। हालांकि, मेले से पहले 1800 पेड़ों की कटाई को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है।


बॉम्बे हाई कोर्ट का हस्तक्षेप

नासिक के तपोवन में साधुग्राम के निर्माण के लिए 1800 वृक्षों की कटाई के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। कोर्ट ने राज्य सरकार, नासिक नगर निगम और वृक्ष प्राधिकरण को नोटिस जारी कर निर्देश दिया है कि वे पेड़ों की कटाई न करें। यह स्थिति देवेंद्र फडणवीस सरकार के लिए एक झटका साबित हुई है।


कुंभ मेले की तैयारी

अक्टूबर 2014 में देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल में पिछला नासिक कुंभ मेला आयोजित हुआ था। इस बार, जब सिंहस्थ कुंभ का आयोजन होगा, फडणवीस फिर से मुख्यमंत्री हैं और वे पिछले कुंभ से बेहतर तैयारी करना चाहते हैं। सरकार का लक्ष्य है कि नासिक और त्र्यंबकेश्वर में एक साल चलने वाले कुंभ में पिछले साल की तुलना में पांच गुना अधिक लोग आएं।


तपोवन का महत्व

तपोवन, रामकुंड से लगभग 3 किलोमीटर दूर है, जहां भक्त गोदावरी में स्नान करते हैं। मान्यता है कि भगवान राम ने अपने वनवास का कुछ समय नासिक में बिताया था। पिछले मेलों में तपोवन का उपयोग साधुओं के निवास के लिए किया गया था।


पेड़ काटने का प्रस्ताव

2027 के कुंभ मेले के लिए, नासिक नगर निगम ने तपोवन में साधुग्राम बनाने के लिए 54 एकड़ भूमि को खाली करने का प्रस्ताव रखा है, जिसमें 1800 पेड़ शामिल हैं। हालांकि, स्थानीय निवासियों और पर्यावरणविदों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है।


कानूनी कार्रवाई

11 दिसंबर को, पुणे के एक्टिविस्ट ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में याचिका दायर की, जिसमें कहा गया कि बिना उचित पर्यावरणीय आकलन के पेड़ काटे जा रहे हैं। NGT ने अगली सुनवाई तक पेड़ काटने पर रोक लगा दी है।


सरकार की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा है कि विरोध प्रदर्शनों का राजनीतिकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कुंभ मेले में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं। इसके जवाब में, सरकार ने ग्रीन नासिक योजना शुरू की है, जिसके तहत 15,000 पेड़ लगाए जाएंगे।


पेड़ काटने के नियम

महाराष्ट्र में पेड़ काटने के लिए नियम बनाए गए हैं, जिनके अनुसार अधिकारियों की अनुमति के बिना पेड़ नहीं काटे जा सकते। यदि कोई बिना अनुमति के पेड़ काटता है, तो उसे जुर्माना और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।