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नागपुर में औरंगज़ेब की कब्र को लेकर हिंसा, कर्फ्यू लागू

नागपुर में औरंगज़ेब की कब्र को लेकर बढ़ते तनाव के कारण कर्फ्यू लागू किया गया है। पुलिस ने कई इलाकों में सख्त नियम लागू किए हैं, जिसमें केवल मेडिकल इमरजेंसी में बाहर निकलने की अनुमति है। हालात बिगड़ने के बाद, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जिससे हिंसा भड़क उठी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शांति बनाए रखने की अपील की है। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 

नागपुर में कर्फ्यू का आदेश

नागपुर में हालात बिगड़ने के बाद भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत कर्फ्यू लागू किया गया है। यह निर्णय औरंगज़ेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर बढ़ते तनाव के कारण लिया गया है। कर्फ्यू उन क्षेत्रों में लागू किया गया है, जैसे कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पंचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिलनगर। नागपुर पुलिस कमिश्नर रवींद्र कुमार सिंघल ने कहा कि यह प्रतिबंध अगले आदेश तक जारी रहेगा।


कर्फ्यू के नियम और पुलिस की कार्रवाई

पुलिस के आदेश के अनुसार, कर्फ्यू के दौरान केवल मेडिकल इमरजेंसी में ही बाहर निकलने की अनुमति होगी। इसके अलावा, पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध रहेगा। किसी भी तरह की अफवाह फैलाने या भड़काऊ गतिविधियों में शामिल होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जो लोग कर्फ्यू का उल्लंघन करते पाए जाएंगे, उन्हें भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 223 के तहत दंडित किया जाएगा। हालांकि, यह प्रतिबंध पुलिस अधिकारियों, सरकारी कर्मचारियों और आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों पर लागू नहीं होगा।


विरोध प्रदर्शन और हिंसा का कारण

सोमवार शाम को विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नागपुर के महाल क्षेत्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास एकत्र होकर औरंगज़ेब की कब्र हटाने की मांग की। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी की और गोबर से भरी हरी चादर लहराई।

इसके बाद, भालदारपुरा में भीड़ जमा हो गई, जिससे तनाव बढ़ा और कानून-व्यवस्था बिगड़ने लगी। पुलिस ने बताया कि भीड़ ने जनता को परेशान किया और यातायात प्रभावित हुआ। इसके परिणामस्वरूप, हंसपुरी इलाके में हिंसा भड़क उठी, जिसमें दुकानों में तोड़फोड़ और वाहनों को आग के हवाले करने की घटनाएं शामिल थीं।


पुलिस की कार्रवाई और स्थिति की समीक्षा

नागपुर पुलिस कमिश्नर रवींद्र सिंघल ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शन के दौरान एक तस्वीर जलाने की घटना हुई थी, जिसके बाद लोग इकट्ठा हुए। पुलिस ने उन्हें हटाने के लिए कार्रवाई की। फिलहाल, 20 से 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।


मुख्यमंत्रियों की शांति की अपील

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। फडणवीस ने कहा कि पुलिस पर हमले की घटनाएं बहुत गलत हैं और उन्होंने पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रखें। वहीं, गडकरी ने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और शांति बनाए रखें।