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नए साल 2026 में भूलकर भी न करें ये काम, वरना पछताना पड़ेगा!

नए साल 2026 की शुरुआत के साथ, कई धार्मिक मान्यताएँ और ज्योतिषीय सलाहें सामने आती हैं। 1 जनवरी को किए गए कार्यों का पूरे वर्ष पर प्रभाव पड़ता है। इस लेख में जानें उन कार्यों के बारे में, जिन्हें नए साल के पहले दिन नहीं करना चाहिए, जैसे कि घर में कलह, कर्ज का लेन-देन, और काले कपड़े पहनना। सही दिशा में कदम उठाकर आप अपने साल को सकारात्मक बना सकते हैं।
 

नए साल की शुरुआत और मान्यताएँ

नए साल 2026Image Credit source: AI

नए साल की भविष्यवाणियाँ और मान्यताएँ: नया साल हर किसी के जीवन में नई उम्मीदें और संकल्प लेकर आता है। 1 जनवरी केवल एक तारीख नहीं है, बल्कि यह पूरे वर्ष की दिशा निर्धारित करने वाला दिन माना जाता है। ज्योतिष और पुरानी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, साल का पहला दिन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। कहा जाता है कि इस दिन किए गए कार्यों का प्रभाव पूरे वर्ष पर पड़ता है।

इसी कारण से शास्त्रों और लोक मान्यताओं में नए साल के पहले दिन कुछ कार्यों से बचने की सलाह दी गई है। मान्यता है कि यदि इन बातों की अनदेखी की जाए, तो साल भर मानसिक तनाव, आर्थिक समस्याएँ या नकारात्मकता का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं उन कार्यों के बारे में, जिन्हें नए साल के पहले दिन नहीं करना चाहिए।

घर में कलह या झगड़ा

नए साल के पहले दिन घर का माहौल खुशहाल रखना चाहिए। इस दिन किसी भी प्रकार के विवाद या बहस से बचना चाहिए। मान्यता है कि यदि पहले दिन घर में कलह होती है, तो मानसिक तनाव पूरे वर्ष बना रह सकता है। इस दिन बड़ों का आशीर्वाद लेना और छोटे बच्चों से प्यार से बात करना चाहिए।

कर्ज का लेन-देन

आर्थिक समृद्धि के लिए यह आवश्यक है कि पहले दिन न तो किसी को पैसा उधार दें और न ही किसी से उधार लें। ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि पहले दिन कर्ज लेने या देने से साल भर आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।

काले कपड़े पहनने से बचें

नया साल नई ऊर्जा का प्रतीक है। काले रंग को अक्सर नकारात्मकता से जोड़ा जाता है। शुभ अवसरों पर गहरे काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। इसके बजाय लाल, पीले, सफेद या अन्य चमकीले रंगों के कपड़े पहनें, जो सकारात्मकता और सौभाग्य के प्रतीक माने जाते हैं।

घर में अंधेरा न रखें

कहा जाता है कि रोशनी सौभाग्य और लक्ष्मी का प्रतीक है। नए साल की शाम को घर के किसी भी कोने में अंधेरा नहीं रहने देना चाहिए। घर के मुख्य द्वार और पूजा स्थल पर दीपक जलाना चाहिए। अंधेरा दरिद्रता और आलस्य का प्रतीक होता है, इसलिए पूरे घर को रोशनी से भरपूर रखें।

रोना या दुखी होना

नए साल के दिन अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें। कोशिश करें कि इस दिन आप उदास न हों और न ही किसी बात पर आंसू बहाएं। माना जाता है कि साल के पहले दिन आपकी मानसिक स्थिति वैसी ही बनी रहती है। इसलिए हंसते-मुस्कुराते हुए नए साल का स्वागत करें।

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