×

नंदिनी घी की कीमतों में 90 रुपये की वृद्धि, उपभोक्ताओं पर बढ़ा बोझ

कर्नाटक के प्रमुख डेयरी ब्रांड नंदिनी ने अपने घी की कीमतों में 90 रुपये की वृद्धि की है, जिससे उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। जीएसटी में कटौती के बाद मिली राहत अब खत्म होती नजर आ रही है। जानें इस वृद्धि के पीछे के कारण और अन्य ब्रांडों की स्थिति के बारे में।
 

घी की कीमतों में भारी इज़ाफ़ा

डेयरी ब्रांड नंदिनी ने घी का दाम 90 रुपये बढ़ा दिया


महंगाई के चलते आम जनता को त्योहारों के समय मिली थोड़ी राहत अब खत्म होती नजर आ रही है। हाल ही में सरकार ने जीएसटी दरों में कटौती की थी, जिससे आवश्यक वस्तुओं की कीमतें कम हुई थीं। लेकिन अब कंपनियों ने उस राहत को वापस लेना शुरू कर दिया है। हाल ही में कर्नाटक के प्रमुख डेयरी ब्रांड नंदिनी ने अपने घी की कीमतों में भारी वृद्धि की है।


चिंता की बात यह है कि जीएसटी में कमी के बाद जो राहत मिली थी, उसकी तुलना में कंपनी ने तीन गुना अधिक मूल्य वृद्धि की है। इस निर्णय ने उन लाखों उपभोक्ताओं को निराश किया है, जो त्योहारी सीजन में राहत महसूस कर रहे थे। कंपनी ने इस वृद्धि का कारण अपनी बढ़ती लागत को बताया है।


जीएसटी में कमी और कीमतों में वृद्धि

जीएसटी परिषद ने 22 सितंबर, 2025 से नई, घटित दरें लागू की थीं, जिसका असर नंदिनी घी पर भी पड़ा। पहले, नंदिनी घी की कीमत 640 रुपये प्रति लीटर थी, लेकिन जीएसटी कटौती के बाद यह 610 रुपये प्रति लीटर हो गई। यह त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत थी।


हालांकि, यह खुशी ज्यादा समय तक नहीं टिकी। अब कंपनी ने एक बार में 90 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की घोषणा की है। इसका मतलब है कि जो घी उपभोक्ताओं को पहले 610 रुपये में मिल रहा था, अब उसे 700 रुपये चुकाने होंगे। इस तरह, जीएसटी से 30 रुपये की बचत के बावजूद, उपभोक्ताओं पर 90 रुपये का अतिरिक्त बोझ डाल दिया गया है।


कंपनी का निर्णय और उसके कारण

यह निर्णय कर्नाटक दुग्ध महासंघ (KMF) द्वारा लिया गया है, जो नंदिनी ब्रांड का संचालन करता है। अधिकारियों का कहना है कि यह वृद्धि अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती लागत के कारण आवश्यक हो गई थी। उनका दावा है कि वैश्विक स्तर पर घी की मांग में वृद्धि हो रही है, जिससे कीमतें बढ़ रही हैं।


महासंघ ने कहा कि इस वृद्धि के माध्यम से वे अपनी आर्थिक स्थिरता बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं। कंपनी ने यह भी बताया कि मूल्य वृद्धि के बावजूद, नंदिनी घी की दरें अभी भी बाजार में सबसे कम दरों में से हैं।


अन्य ब्रांडों की स्थिति

जब एक प्रमुख कंपनी दाम बढ़ाती है, तो यह देखना महत्वपूर्ण होता है कि अन्य कंपनियां क्या कर रही हैं।


  • अमूल: अमूल का घी जीएसटी कटौती के बाद 610 रुपये प्रति लीटर हो गया था, जबकि पहले यह 650 रुपये के आसपास था।
  • सरस: सरस घी की कीमत में अक्टूबर में 30 रुपये की वृद्धि हुई थी, जिसके बाद यह 581 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है।
  • पतंजलि: पतंजलि का सामान्य घी खुदरा बाजार में 650 रुपये से 700 रुपये प्रति लीटर के बीच उपलब्ध है।
  • मदर डेयरी: मदर डेयरी का घी 641 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है।