धीरेंद्र शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का 7वां दिन, ब्रजभूमि में प्रवेश की तैयारी
धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा का महत्व
धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा
सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2025: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री वर्तमान में सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का आयोजन कर रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य सनातन धर्म का प्रचार करना और भारत को हिंदू राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है। यह यात्रा तेजी से आगे बढ़ रही है और अब अपने महत्वपूर्ण चरण में पहुँच चुकी है। आज इस यात्रा का हरियाणा में 7वां दिन है।
12 नवंबर को यह पदयात्रा पलवल जिले के मीतरौल से शुरू हुई और वनचारी (JBM) के रास्ते होडल मंडी पहुँची, जहाँ रात बिताई गई। आज यह यात्रा कोटवन बॉर्डर (सेल्स टैक्स) से आगे बढ़ी है और दोपहर में यह सीमा पार कर जाएगी। पिछले पांच दिनों से यह यात्रा हरियाणा में चल रही है।
ब्रजभूमि में प्रवेश की तैयारी
आज यह यात्रा लगभग आठ किलोमीटर चलेगी, जिसके बाद इसका उत्तर प्रदेश में प्रवेश होगा। मथुरा में इस यात्रा में लाखों लोगों के शामिल होने की संभावना है। हाल ही में धीरेंद्र शास्त्री की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिसमें उन्हें 100 डिग्री बुखार था, लेकिन उन्होंने यात्रा जारी रखी।
यात्रा की शुरुआत और समापन
यह यात्रा 7 नवंबर को दिल्ली के कात्यायनी माता मंदिर से शुरू हुई थी। आज रात यह कोसी मंडी पहुँचेगी, जो ब्रज क्षेत्र का एक प्रमुख प्रवेश द्वार है। 16 नवंबर को यह यात्रा छटीकरा चार धाम होते हुए वृंदावन के श्री बांके बिहारी मंदिर में पहुँचेगी, जहाँ भव्य पूजा और आरती का आयोजन किया जाएगा। इस प्रकार, 10 दिनों की यह पदयात्रा समाप्त होगी।
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