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देवरिया में बकरीद पर आत्महत्या का मामला: ईश मोहम्मद ने खुद का गला काटा

उत्तर प्रदेश के देवरिया में बकरीद के दिन एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली, जिससे पूरे गांव में हड़कंप मच गया। ईश मोहम्मद ने कुर्बानी के नाम पर खुद का गला काट लिया। उनके पास से एक पत्र मिला है, जिसमें अल्लाह के रसूल के नाम से कुर्बानी देने की बात लिखी गई है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि यह अंधविश्वास का परिणाम हो सकता है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और गांव में फैली शोक की लहर।
 

सनसनीखेज घटना का विवरण


उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बकरीद के अवसर पर, गौरीबाजार थाना क्षेत्र के उधोपुर गांव में एक व्यक्ति ने कुर्बानी के नाम पर आत्महत्या कर ली। 58 वर्षीय ईश मोहम्मद को गंभीर हालत में बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। उनके पास एक पत्र मिला है, जिसमें अल्लाह के रसूल के नाम से कुर्बानी देने की बात लिखी गई है।


परिवार की चिंता और घटना का कारण

ईश मोहम्मद ने शनिवार की सुबह ईद उल अजहा की नमाज अदा की और उसके बाद वह घर के पास स्थित झोपड़ी में चले गए। परिवार के सदस्यों को लगा कि वह इबादत कर रहे हैं, इसलिए कोई भी उन्हें नहीं बुलाने गया। जब काफी समय बीत गया और वह बाहर नहीं आए, तो परिवार ने झोपड़ी में जाकर देखा। वहां उनका गला कटा हुआ था और वह लहूलुहान पड़े थे।


परिवार ने तुरंत उन्हें महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में ले जाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। उनकी पत्नी हाजरा खातून ने बताया कि ईश मोहम्मद अक्सर मखदूम बाबा की मजार पर जाते थे और उन्होंने अपनी कुर्बानी देने का निर्णय लिया।


पत्र में लिखी गई बातें

ईश मोहम्मद के पास से मिले पत्र में लिखा था, "इंसान बकरे को अपने बेटे की तरह पालता है, वह भी जीव है। मैं अपनी कुर्बानी अल्लाह के रसूल के नाम पर कर रहा हूं। मेरी मिट्टी को घबरा कर मत करना, मेरा कत्ल नहीं हुआ है।"


इस घटना पर सीओ हरिराम यादव ने कहा कि यह अंधविश्वास के कारण हो सकता है। मामले की जांच की जा रही है।


गांव में मातम

ईश मोहम्मद के इस कदम से उधोपुर गांव के लोग हैरान हैं। बकरीद के दिन जब मुस्लिम समुदाय अपने पशुओं की कुर्बानी दे रहा था, तब ईश मोहम्मद ने आत्महत्या कर ली। परिवार में शोक का माहौल है और उनकी पत्नी और बेटियों की आंखों में आंसू हैं। ईश मोहम्मद के तीन बेटे और दो बेटियां हैं, जो इस घटना से गहरे सदमे में हैं।