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दूल्हे के सेहरे का महत्व: विवाह परंपराओं की अनोखी कहानी

दूल्हे के सिर पर सेहरा बांधने की रस्म भारतीय विवाहों में एक महत्वपूर्ण परंपरा है। यह केवल सजावट नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरी धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएं छिपी हैं। जानें कि कैसे यह रस्म दूल्हे और दुल्हन को नकारात्मक ऊर्जा से बचाने में मदद करती है और इसके पीछे के धार्मिक ग्रंथों में क्या उल्लेख है। इस अनोखी परंपरा के बारे में और जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
 

दूल्हे के सिर पर सेहरा बांधने का महत्व

दूल्हे के सिर पर सेहरा बांधने का कारण

विवाह की रस्में: हर धर्म में शादी के दौरान विभिन्न रस्मों और परंपराओं का पालन किया जाता है। इनमें से एक महत्वपूर्ण रस्म है दूल्हे के सिर पर सेहरा बांधना। यह केवल सजावट का हिस्सा नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरी धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएं भी हैं, जो आपको आश्चर्यचकित कर सकती हैं।

भारतीय संस्कृति में सेहरा का विशेष महत्व है। कई हिंदी फिल्मों और गीतों में इसका उल्लेख मिलता है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और इसके पीछे कई सामाजिक और धार्मिक कारण हैं। आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

सेहरा दूल्हे के चेहरे को ढकता है

शादी के दिन, हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों में दूल्हे को बारात के निकलने से पहले सजाया जाता है। इस प्रक्रिया में दूल्हे को सेहरा पहनाना अनिवार्य होता है। सेहरा आमतौर पर फूलों, मोतियों, कुंदन, चमकीले धागों या कभी-कभी सोने-चांदी की कलाकारी से बनाया जाता है। यह दूल्हे के चेहरे को ढकने का कार्य करता है।

सेहरे को आमतौर पर मुकुट, विवाह मुकुट, किरीट और मउर के नाम से भी जाना जाता है। दूल्हे के चेहरे को सेहरे से ढकने का एक कारण यह है कि विवाह की महत्वपूर्ण रस्मों के दौरान दूल्हे और दुल्हन का चेहरा किसी को नहीं दिखना चाहिए, ताकि उन पर नकारात्मक ऊर्जा या बुरी नजर न पड़े।

धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख

इसी कारण से दुल्हन का चेहरा घूंघट से और दूल्हे का चेहरा सेहरे से ढका जाता है। धार्मिक ग्रंथों में भी जटा मुकुट और मउर का उल्लेख मिलता है। यह दर्शाता है कि भगवान शिव के गण उनकी जटाओं का मुकुट बना रहे हैं और सांपों से सजावट कर रहे हैं। इस चौपाई के माध्यम से यह बताया गया है कि भगवान शिव ने विवाह के समय सिर पर सांपों से बना मुकुट पहना था।

धार्मिक ग्रंथों में विवाह मुकुट को पंचदेव से सुशोभित नर का श्रृंगार कहा गया है। यही कारण है कि शादी के समय आम लोग भी मुकुट या सेहरा पहनते हैं।

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(इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है।)