दुर्गापुर सामूहिक बलात्कार मामले पर भाजपा सांसद की तीखी प्रतिक्रिया
दुर्गापुर में एक मेडिकल छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना पर भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी को असंवेदनशील बताया। उन्होंने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और न्याय की मांग की। स्वराज ने ममता बनर्जी से आग्रह किया कि वे पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए ठोस कदम उठाएं। इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ने भी जांच की प्रगति की जानकारी दी।
Oct 13, 2025, 15:38 IST
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी पर भाजपा सांसद का बयान
दुर्गापुर में एक मेडिकल छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने सोमवार को तीखी प्रतिक्रिया दी। स्वराज ने कहा कि यह टिप्पणी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की रूढ़िवादी सोच को दर्शाती है। उन्होंने इसे असंवेदनशील करार देते हुए कहा कि यह दुखद है कि देवी दुर्गा की भूमि माने जाने वाले राज्य में महिलाएं असुरक्षित हैं। स्वराज ने कहा, "यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि माँ दुर्गा के बंगाल में महिलाएं असुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बलात्कार पीड़िता को दोषी ठहराकर ऐसी असंवेदनशील बातें करती हैं।"
पीड़िता को न्याय दिलाने की अपील
स्वराज ने मुख्यमंत्री से ओडिशा की पीड़िता को न्याय दिलाने और राज्य में महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "मैं ममता बनर्जी से कहना चाहती हूँ कि वे केवल राज्य की मुख्यमंत्री नहीं हैं, बल्कि गृह विभाग की भी जिम्मेदारी उनके पास है। उन्हें ऐसा वातावरण बनाना चाहिए जहाँ लड़कियाँ सुरक्षित महसूस करें और स्वतंत्रता से घूम सकें। मैं उनसे फिर से अनुरोध करती हूँ कि बलात्कार को सही ठहराने का प्रयास न करें और उस लड़की को न्याय दिलाने की दिशा में काम करें।"
बंगाल की स्थिति पर चिंता
स्वराज ने आगे कहा, "ममता बनर्जी 'माँ, माटी, मानुष' का नारा लगाती हैं, लेकिन आपकी असंवेदनशीलता और कुशासन के कारण आज बंगाल में 'माँ' शर्मिंदा है, 'माटी' लहूलुहान है और 'मानुष' बदहाल है।" इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की सदस्य अर्चना मजूमदार ने मामले की जांच के लिए दुर्गापुर का दौरा किया। उन्होंने पीड़िता के परिवार, छात्रों और स्थानीय अधिकारियों से मुलाकात की।
जांच की प्रगति
मजूमदार ने एक समाचार एजेंसी को बताया, "मेरी अध्यक्ष से बातचीत हुई। उन्होंने मुझे मामले का स्वतः संज्ञान लेने और घटनास्थल पर पहुँचने के लिए कहा। मैंने अधिकारियों, छात्रों और पीड़िता के अभिभावकों से बात की। पुलिस ने पाँच संदिग्धों की पहचान कर ली है, जिनमें से तीन को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस जल्द ही आरोप पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया में है।"