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दिल्ली विस्फोट पर सलमान खुर्शीद की चिंता और एनआईए की कार्रवाई

दिल्ली में हाल ही में हुए आतंकी विस्फोट पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी नहीं होनी चाहिए। एनआईए ने इस हमले में शामिल एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया है, जिसने तकनीकी सहायता प्रदान की थी। जानें इस मामले में और क्या जानकारी सामने आई है और एनआईए की जांच की प्रगति के बारे में।
 

सलमान खुर्शीद की प्रतिक्रिया

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने मंगलवार को दिल्ली में हुए आतंकी विस्फोट को गंभीर चिंता का विषय बताया। उन्होंने कहा कि इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी नहीं होनी चाहिए, बल्कि केवल वही बातें की जानी चाहिए जो देश के हित में हों। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए खुर्शीद ने कहा कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है और केवल आधिकारिक प्रवक्ता को इस पर बोलने का अधिकार होना चाहिए। यह घटना देश के लिए अत्यंत चिंताजनक है। 10 नवंबर को लाल किले के निकट हुए विस्फोट में 15 लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हुए। मुख्य संदिग्ध, कश्मीरी निवासी डॉ उमर उन नबी, विस्फोटक सामग्री ले जाने वाले वाहन में मौजूद था।


एनआईए की गिरफ्तारी और जांच

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस विस्फोट में शामिल एक अन्य प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया है। इस व्यक्ति ने आतंकवादी हमले से पहले ड्रोन में बदलाव करने और रॉकेट बनाने की कोशिश करके तकनीकी सहायता प्रदान की थी। जसीर बिलाल वानी, जिसे दानिश के नाम से भी जाना जाता है, को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया। एनआईए ने बताया कि उसकी जांच में यह सामने आया कि जसीर ने कार बम विस्फोट से पहले ड्रोन में बदलाव किया और रॉकेट बनाने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप 15 लोगों की मौत और 30 से अधिक लोग घायल हुए।


जांच की प्रगति

एनआईए के अनुसार, जसीर अनंतनाग जिले के काजीगुंड का निवासी है और वह हमले का एक सक्रिय सह-साजिशकर्ता था। उसने 10 नवंबर को शाम लगभग 7 बजे लाल किले के पास हुए आतंकी हमले की योजना बनाने में उमर उन नबी के साथ मिलकर काम किया। एनआईए ने यह भी बताया कि वह बम विस्फोट के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर जांच जारी रखे हुए है।


आतंकवाद-रोधी एजेंसी की कार्रवाई

अधिकारियों ने बताया कि आतंकवाद-रोधी एजेंसी की कई टीमें विभिन्न सुरागों का पता लगाने में जुटी हैं और आतंकवादी हमले में शामिल सभी व्यक्तियों की पहचान करने के लिए राज्यों में तलाशी ले रही हैं।