दिल्ली विस्फोट पर राष्ट्रपति मुर्मू की संवेदनाएं और एनआईए की जांच
दिल्ली में हाल ही में हुए विस्फोट के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संवेदना व्यक्त की और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत की। इस घटना में आठ लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। गृह मंत्रालय ने इसे संभावित आतंकवादी कृत्य मानते हुए जांच एनआईए को सौंप दी है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठकें भी आयोजित की गईं। जानें इस घटना के सभी पहलुओं के बारे में।
Nov 11, 2025, 16:59 IST
राष्ट्रपति मुर्मू की संवेदनाएं और गृह मंत्री से बातचीत
अंगोला की यात्रा पर गईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर चर्चा की। इस बातचीत में उन्होंने दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट के बारे में जानकारी ली। राष्ट्रपति ने इस घटना में हुई मौतों पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने एक पोस्ट में कहा कि मैं दिल्ली में हुए विस्फोट में मारे गए लोगों के परिवारों और दोस्तों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूँ। साथ ही, मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूँ। राष्ट्रपति 8 से 13 नवंबर तक अंगोला और बोत्सवाना की आधिकारिक यात्रा पर हैं।
दिल्ली विस्फोट की जांच एनआईए को सौंपी गई
दिल्ली में हुए विस्फोट के एक दिन बाद, जिसमें आठ लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हुए, गृह मंत्रालय ने इसे संभावित आतंकवादी कृत्य मानते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को जांच सौंप दी। यह निर्णय सोमवार शाम को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट की गंभीरता को देखते हुए लिया गया। एनआईए अब दिल्ली पुलिस से औपचारिक रूप से जांच का कार्यभार संभालेगी और विस्फोट में प्रयुक्त सामग्री और संभावित आतंकवादी संबंधों की जांच करेगी। इससे पहले, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की एक टीम ने फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) के साथ मिलकर घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए थे।
सुरक्षा समीक्षा बैठकें और केंद्रीय गृह मंत्री की सक्रियता
इस मामले को एनआईए को सौंपने का निर्णय इस घटना की व्यापक और समन्वित जांच सुनिश्चित करने के लिए केंद्र के इरादे को दर्शाता है। विस्फोट में आठ लोगों की मौत और कई अन्य के घायल होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में लगातार दो उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठकें आयोजित की गईं। गृह मंत्री के आवास पर सुबह एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, एनआईए के महानिदेशक सदानंद वसंत दाते और दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलछा शामिल हुए। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में भाग लिया।