×

दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटों के हटाने पर आम आदमी पार्टी के आरोप

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटों के हटाने के आरोप लगाए हैं, जबकि निर्वाचन आयोग ने इन दावों का खंडन किया है। पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस वार्ता में कहा कि आयोग ने उनकी शिकायतों का उत्तर नहीं दिया। आयोग ने अपनी ओर से स्पष्टीकरण दिया है कि उसने संबंधित पत्रों का उत्तर भेजा था। इस विवाद में भाजपा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। जानें इस राजनीतिक विवाद की पूरी कहानी।
 

आम आदमी पार्टी का आरोप

आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को यह आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ने इस वर्ष की शुरुआत में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी के समर्थकों के वोटों को हटाने के संबंध में उसकी शिकायतों का कोई उत्तर नहीं दिया है। हालांकि, निर्वाचन आयोग ने इन आरोपों का खंडन किया है।


प्रेस वार्ता में उठाए गए सवाल

दिल्ली के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि वोटों को हटाने के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आतिशी द्वारा भेजे गए कई पत्रों के साथ-साथ आरटीआई प्रश्नों का भी आयोग ने जवाब नहीं दिया।


आयोग का स्पष्टीकरण

आयोग ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि उसने सौरभ भारद्वाज की प्रेस वार्ता के संदर्भ में 13 जनवरी 2025 को दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री आतिशी को 76 पृष्ठों का विस्तृत उत्तर भेजा था, जिसमें सीईओ/डीईओ की रिपोर्ट और सात अनुलग्नक शामिल थे।


आतिशी के पत्र का उल्लेख

आयोग ने यह भी बताया कि आतिशी ने 5 जनवरी 2025 को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के 40 क्षेत्रों की मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने के संबंध में एक पत्र भेजा था, और इसी मुद्दे पर 9 जनवरी को उनका एक और पत्र प्राप्त हुआ।


धोखाधड़ी के आरोप

सौरभ भारद्वाज ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में वैध मतदाताओं के नाम अवैध रूप से हटाने और चुनावी प्रक्रिया में हेराफेरी के लिए प्राथमिकी की एक प्रति मांगी। उन्होंने आरोप लगाया कि एक 'संगठित सिंडिकेट' ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों को 'हाईजैक' कर लिया है।


भाजपा का बयान

दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जब से दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने शहर की मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की घोषणा की है, तब से 'आप' नेताओं में डर पैदा हो गया है।