दिल्ली मेट्रो स्टेशन विस्फोट: इमाम इश्तियाक के भाई का बयान
दिल्ली में हुए कार विस्फोट की जांच में प्रगति
दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के निकट 10 नवंबर को हुए भयानक कार विस्फोट के मामले में पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने कई महत्वपूर्ण सफलताएँ प्राप्त की हैं।
इस मामले में गिरफ्तार इमाम इश्तियाक के भाई मोहम्मद शाहाबाद ने मीडिया के सामने एक बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा, 'इश्तियाक को लगभग 20 साल पहले अल-फलाह यूनिवर्सिटी की मस्जिद में इमाम के रूप में नियुक्त किया गया था। मैंने उनकी शादी से पहले उन्हें वहाँ तैनात किया था। वह और उनका परिवार वहीं निवास करते हैं। हम अक्सर एक-दूसरे से मिलते रहते हैं। उन्होंने फतेहपुर में ज़मीन खरीदी थी और किराए के कमरे बनवाए थे।'
उन्होंने आगे कहा, 'इनमें से एक कमरा डॉक्टर मुज़म्मिल ने किराए पर लिया था। हमें नहीं पता कि उन्होंने वह कमरा कब लिया था। हम अपने किरायेदारों की रोज़मर्रा की गतिविधियों पर ध्यान नहीं रखते। हम केवल किराया वसूलने जाते हैं। अब मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार उस किरायेदार के कमरे से हथियार और विस्फोटक मिले हैं। मेरे भाई पर लगे आरोप पूरी तरह से गलत हैं। हमारे परिवार पर कभी कोई आरोप नहीं लगा। मेरे सभी भाई इमाम हैं।'
क्या है मामला?
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 पर एक ह्युंडई i20 कार में सोमवार शाम को एक बड़ा विस्फोट हुआ। इस घटना में 9 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए। प्रारंभिक जांच में इसे एक फिदायीन हमला माना जा रहा है, जिसमें संदिग्ध डॉक्टर उमर मोहम्मद ने खुद को उड़ा लिया। विस्फोट के कारण आसपास की कई गाड़ियों में आग लग गई और शीशे टूट गए। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से दो जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं, जिनकी जांच FSL लैब में चल रही है। इसके बाद पुलिस ने इमाम इश्तियाक को गिरफ्तार किया।