दिल्ली मेट्रो में यात्रियों के बीच हुई जबरदस्त लड़ाई का वीडियो वायरल
दिल्ली मेट्रो में हुई लड़ाई का दिलचस्प मामला
दिल्ली मेट्रो में हुई जबरदस्त लड़ाई
दिल्ली मेट्रो में रोजाना कुछ न कुछ अनोखा देखने को मिलता है। कभी कोई यात्री गाना गाता है, तो कभी कोई डांस करता है। लेकिन हाल ही में एक घटना ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। दरअसल, मेट्रो की एक सीट पर बैठे दो यात्रियों के बीच अचानक बहस इतनी बढ़ गई कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया।
वीडियो की शुरुआत में दोनों यात्री सीट पर बैठे नजर आते हैं। शुरू में ऐसा लगता है कि उनकी बातचीत सामान्य है, लेकिन कुछ ही पलों में माहौल बदल जाता है। एक महिला के बगल में बैठे युवक को अचानक गुस्सा आ जाता है और वह बिना किसी देरी के पास बैठे व्यक्ति पर मुक्के बरसाने लगता है।
लड़ाई की शुरुआत कैसे हुई
वीडियो में स्पष्ट है कि युवक पहले थप्पड़ मारता है और फिर घूंसे चलाने लगता है। बगल में बैठा यात्री कुछ समझ पाता इससे पहले ही हमलावर उस पर पूरी तरह हावी हो जाता है। इस अचानक हुई मारपीट से अन्य यात्री भी हैरान रह जाते हैं।
दिल्ली मेट्रो में यात्रियों के बीच झगड़े कोई नई बात नहीं है। अक्सर सीट को लेकर या भीड़ में धक्का-मुक्की के कारण बहस होती है। लेकिन इस बार झगड़े की वजह कुछ अलग बताई जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, बगल में बैठा शख्स इस तरह बैठा था कि दूसरे यात्री को बार-बार धक्का लग रहा था। इसी बात पर दोनों में पहले बहस हुई और फिर मामला हाथापाई तक पहुंचा। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की लंबाई लगभग 16 सेकंड है। हालांकि इसमें पूरा घटनाक्रम नहीं दिखता, लेकिन जो कुछ नजर आता है, वह स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
यह वीडियो X पर @gharkekalesh नाम के एक यूजर ने साझा किया है। इस तरह की घटनाएं अब पहले से कहीं ज्यादा आम होती जा रही हैं। मेट्रो जैसे सार्वजनिक स्थान पर जहां लाखों लोग सफर करते हैं, वहां थोड़ी-सी अनबन भी बड़े विवाद में बदल जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ती भीड़, तनाव और धैर्य की कमी इन घटनाओं की मुख्य वजह हैं। लोग जल्दी में होते हैं और मामूली बात पर भड़क उठते हैं।
वीडियो देखें
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) यात्रियों से बार-बार अपील करता है कि सफर के दौरान संयम बनाए रखें और किसी भी विवाद की स्थिति में सुरक्षा कर्मियों को सूचित करें। मेट्रो में हर कोच में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और सुरक्षा कर्मी तैनात रहते हैं। इसके बावजूद इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि यात्रियों को और धैर्य और समझदारी की आवश्यकता है।