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दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार, लेकिन स्मॉग की समस्या बनी हुई है

दिल्ली में बुधवार को वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ, जहां AQI 328 पर पहुंच गया। हालांकि, स्मॉग की समस्या बनी रही है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार, कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में है। पिछले तीन दिनों से घने स्मॉग ने राजधानी को प्रभावित किया था, लेकिन अब स्थिति में सुधार हो रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हल्के कोहरे की संभावना जताई है। जानें इस विषय पर और क्या जानकारी है।
 

दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में सुधार

बुधवार, 17 दिसंबर, 2025 को राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार देखने को मिला, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 377 से घटकर 328 पर पहुंच गया। हालांकि, शहर में स्मॉग की स्थिति बनी रही। सुबह 9 बजे, वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई।


वायु गुणवत्ता की निगरानी

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के समीर ऐप के अनुसार, 40 एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 30 ने 'बहुत खराब' श्रेणी में रीडिंग दी, जिसमें बवाना में सबसे खराब AQI 376 दर्ज किया गया।


प्रदूषण के स्तर में गिरावट

CPCB के अनुसार, सुबह 7 बजे सभी मॉनिटरिंग स्टेशनों पर AQI गंभीर श्रेणी से नीचे था, जबकि कुछ क्षेत्रों में यह खराब श्रेणी में था। तेज हवाओं और कोहरे में कमी के कारण प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी से बाहर निकलने में मदद मिली। 24 घंटे का AQI 354 पर रहा।


स्मॉग और मौसम की स्थिति

पिछले तीन दिनों से घने स्मॉग ने दिल्ली को प्रभावित किया था, जिससे सड़कें धुंध में डूबी रहीं और परिवहन सेवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। हालांकि, बुधवार को स्थिति में सुधार हुआ। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिन में हल्के कोहरे की संभावना जताई है, जिसमें अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।


सर्दियों की कमी और प्रदूषण नियंत्रण

इस मौसम में दिल्ली में शीतलहर का अनुभव नहीं हुआ है, और सर्दियों की ठंडक गायब है। कोहरे का मुख्य कारण खराब वायु गुणवत्ता है। वर्तमान में, दिल्ली GRAP IV के तहत है, जो प्रदूषण के खिलाफ सबसे सख्त प्रतिबंधों में से एक है। इसके अतिरिक्त, दिल्ली सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए और सख्त उपायों की घोषणा की है।


पर्यावरण मंत्री की टिप्पणी

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि कोई भी सरकार नौ से दस महीनों में राजधानी से प्रदूषण को समाप्त नहीं कर सकती।


भविष्यवाणी

IMD ने अगले तीन दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बदलाव नहीं होने की भविष्यवाणी की है, जिसके बाद अगले चार दिनों में तापमान में धीरे-धीरे 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।