दिल्ली में विस्फोट के बाद पुलिस ने 250 लोगों के खिलाफ दर्ज किए मामले
दिल्ली में विस्फोट के बाद पुलिस की कार्रवाई
10 नवंबर को लाल किले के निकट हुए विस्फोट के बाद, पुलिस ने उत्तरी दिल्ली में एक बड़े सत्यापन अभियान के तहत 250 व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। इनमें से अधिकांश पर अनिवार्य पुलिस सत्यापन प्रक्रिया का पालन न करने का आरोप है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी साझा की।
इस विस्फोट में, जो एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, 15 लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हुए। यह घटना जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले एक सफेदपोश आतंकवादी मॉड्यूल के भंडाफोड़ के बाद हुई।
सत्यापन प्रक्रिया और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) राजा बांठिया ने बताया कि किरायेदारों और लॉज के सत्यापन के बाद कई प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। अब तक 250 व्यक्तियों पर मामले दर्ज किए गए हैं।
अधिकतर मामले उत्तरी दिल्ली के निवासियों से संबंधित हैं, जिन्होंने अनिवार्य पुलिस सत्यापन प्रक्रिया को पूरा नहीं किया। सत्यापन मानदंडों का पालन न करने के कारण कई लॉज और छोटे गेस्ट हाउस पर भी मामले दर्ज किए गए हैं।
सुरक्षा उपाय और जांच प्रक्रिया
पुलिस ने बताया कि यह कदम आवश्यक था, क्योंकि विस्फोट एक भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में हुआ था, जिससे जांच को कड़ा करना पड़ा। डीसीपी ने कहा कि विस्फोट के बाद कई एजेंसियों द्वारा तलाशी और सत्यापन अभियान युद्धस्तर पर शुरू किया गया। पुलिस टीम ने 2,000 से अधिक घरों का दौरा किया, निवासियों के पहचान पत्रों की जांच की और कई लोगों से पूछताछ की। यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।
अधिकारी ने बताया कि घर-घर जाकर जांच करने के लिए विशेष इकाइयों और केंद्रीय एजेंसियों के जांचकर्ताओं को तैनात किया गया है। लाल किला परिसर और आसपास के क्षेत्रों में लगभग 50 ड्रोन काम कर रहे हैं, जो विभिन्न स्थानों की तस्वीरें ले रहे हैं।
निवासियों से अपील
अधिकारी ने निवासियों से अनुरोध किया कि वे सुनिश्चित करें कि सभी किरायेदार और पेइंग गेस्ट पुलिस सत्यापन प्रक्रिया को पूरा करें। बिना सत्यापन के रहने वाला कोई भी व्यक्ति खतरा बन सकता है। लोगों को नजदीकी पुलिस थाने जाकर या अपने दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड करके सत्यापन कराना चाहिए।
लाल किले की ओर जाने वाले वाहनों की सघन जांच की जा रही है, और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कई चौकियां स्थापित की गई हैं। पुलिस ने बताया कि सत्यापन अभियान अगले कई दिनों तक जारी रहेगा और यदि कोई उल्लंघन पाया गया, तो और अधिक प्राथमिकी दर्ज की जा सकती हैं।