दिल्ली में लाल किले के पास विस्फोट: आत्मघाती हमले की आशंका
दिल्ली में लाल किले के पास हुए विस्फोट की प्रारंभिक जांच से यह संकेत मिलता है कि यह एक आत्मघाती हमला हो सकता है। पुलिस ने संदिग्धों की पहचान और हमले के पीछे की मंशा को समझने के लिए जांच शुरू कर दी है। विस्फोट में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है, और कई अन्य घायल हुए हैं। जांचकर्ताओं ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य डेटा का विश्लेषण किया है, जिससे मामले में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।
Nov 11, 2025, 12:29 IST
दिल्ली पुलिस की प्रारंभिक जांच
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने मंगलवार को जानकारी दी कि लाल किला परिसर में हुए विस्फोट की प्रारंभिक जांच से यह संकेत मिलता है कि यह एक आत्मघाती हमला हो सकता है। प्रारंभिक निष्कर्षों के अनुसार, जांचकर्ताओं का मानना है कि संदिग्ध का उद्देश्य विस्फोट करना था। सूत्रों के अनुसार, जब संदिग्ध को यह पता चला कि फरीदाबाद में एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है, तो उसने अधिक से अधिक लोगों को हताहत करने के लिए फिदायीन शैली के हमले की योजना बनानी शुरू कर दी।
हमले का संभावित लक्ष्य
जांचकर्ता यह भी देख रहे हैं कि क्या हमले का असली लक्ष्य कोई और स्थान था, क्योंकि कार की गति धीमी थी। सभी संभावित पहलुओं की जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस ने मिलकर फरीदाबाद से 360 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री और गोला-बारूद बरामद किया था, और सोमवार तड़के इस मामले में दो व्यक्तियों, डॉ. मुजम्मिल और आदिल राठेर को गिरफ्तार किया गया था।
जांच की प्रगति
विभिन्न एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं और विस्फोट के पीछे की मंशा को समझने के लिए प्रयासरत हैं। इसके साथ ही, वे सभी संदिग्धों की पहचान करने और घटना के घटनाक्रम का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। लाल किले के पास घटनास्थल पर रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को भी तैनात किया गया है, जहां सोमवार शाम लगभग 7 बजे एक हुंडई i20 कार में विस्फोट हुआ था।
घटनास्थल पर जांच
दिल्ली पुलिस, एफएसएल और अन्य एजेंसियां घटनास्थल पर जांच कर रही हैं। इस विस्फोट में कम से कम आठ लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए हैं। दिल्ली पुलिस ने लाल किला क्षेत्र में हुए विस्फोट की जांच में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिसमें सीसीटीवी फुटेज और डंप से मिले डेटा का विश्लेषण महत्वपूर्ण सुराग प्रदान कर रहा है। जांचकर्ताओं ने संदिग्ध वाहन की गतिविधियों का पता लगा लिया है और अब विस्फोट से पहले और बाद में संभावित संचार लिंक की जांच कर रहे हैं।