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दिल्ली में पत्नी और प्रेमी ने मिलकर पति की हत्या की साजिश का खुलासा

दिल्ली के उत्तम नगर में एक चौंकाने वाली हत्या की साजिश का खुलासा हुआ है, जिसमें पत्नी सुष्मिता और उसके प्रेमी राहुल ने मिलकर पति करण देव की हत्या की। पुलिस द्वारा की गई जांच में दोनों के बीच हुई बातचीत ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। जानें कैसे दोनों ने मिलकर इस हत्या की योजना बनाई और क्या हुआ जब करण की मौत नहीं हुई। इस घटना में कई रहस्य और सच्चाइयाँ सामने आई हैं, जो आपको हैरान कर देंगी।
 

दिल्ली में हत्या का मामला


दिल्ली के उत्तम नगर में करण देव की हत्या के मामले में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। करण की पत्नी सुष्मिता और उसके प्रेमी राहुल के बीच हुई बातचीत ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। पुलिस के अनुसार, यह वारदात वाली रात तीन बजे की चैट है, जिसमें राहुल लगातार सुष्मिता से जानकारी लेता रहा। अंततः दोनों ने मिलकर करण की हत्या कर दी।


चैट में राहुल ने कहा, "तीन बजे तक आ जाऊंगा, घर की गली में हूं।" सुष्मिता ने जवाब दिया, "कुछ समझ नहीं आ रहा, मुझे तो… शॉक के लिए बोल रहे हो।" इस बातचीत में दोनों ने करण को मारने के लिए दवाई और करंट का जिक्र किया।


द्वारका जिला पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान सुष्मिता देव और राहुल देव के रूप में हुई है। करण अपनी पत्नी और छह साल के बेटे के साथ ओम विहार फेस-1 में रहते थे।


करण की बहन नैंसी कपूर ने बताया कि सुष्मिता ने रविवार सुबह करण के पिता के घर पहुंचकर कहा कि करण को करंट लग गया है। परिवार ने तुरंत उसे अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।


सुष्मिता और राहुल ने पोस्टमार्टम के लिए मना किया, लेकिन पुलिस ने संदिग्ध मौत के कारण शव का पोस्टमार्टम कराया।


पुलिस ने बताया कि जब करण नींद की गोलियों से नहीं मरा, तब सुष्मिता ने उसे करंट लगाकर मारने की योजना बनाई। उसने एक्सटेंशन हैंगर से तार लाकर उसे करण के हाथ पर चिपका दिया और करंट चालू कर दिया।


पुलिस अधिकारियों का कहना है कि करण की मौत के बाद ही सुष्मिता ने करंट बंद किया। दोनों ने हत्या को हादसा साबित करने की कोशिश की, लेकिन चैट से उनकी साजिश का पर्दाफाश हो गया।


पश्चिमी परिक्षेत्र के संयुक्त आयुक्त जतिन नरवाल ने बताया कि सुष्मिता ने स्वीकार किया कि उसका प्रेम-प्रसंग राहुल के साथ डेढ़ साल पहले शुरू हुआ था और उसने पति को मारने की योजना दो महीने पहले बनाई थी।