दिल्ली में कार धमाके से 9 की मौत, जांच में जुटी सुरक्षा एजेंसियां
दिल्ली धमाका: घटनाक्रम और जांच
दिल्ली के लाल किला के निकट एक कार में हुए विस्फोट के कारण 9 लोगों की जान चली गई, जबकि 20 अन्य घायल हुए हैं। इस घटना के बाद, दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मामले की गहन जांच कर रही हैं। पुलिस ने इस धमाके के संबंध में गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। यह घटना दिल्ली के एक सुरक्षित क्षेत्र में हुई, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। इसके साथ ही, इस धमाके का पुलवामा से संबंध भी सामने आया है।
धमाके वाली कार आई-20 (HR26CE 7674) हरियाणा की बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार, यह कार गुरुग्राम के मोहम्मद सलमान के नाम पर थी। जब सलमान को हिरासत में लिया गया, तो पता चला कि उसने यह कार डेढ़ साल पहले दिल्ली के देवेंद्र को बेची थी। सलमान ने सभी दस्तावेज पुलिस को सौंप दिए हैं।
देवेंद्र ने बताया कि उसने कार अंबाला में बेची थी। अंबाला पुलिस की मदद से यह जानकारी मिली कि कार जम्मू कश्मीर के पुलवामा निवासी तारिक ने खरीदी थी। दिल्ली पुलिस ने इस कार को खरीदने वाले व्यक्ति की तस्वीर भी साझा की है, जिसमें एक युवक कार के सामने खड़ा है। इस युवक का नाम आमिर है, जिसने कार तारिक को दी थी। तारिक ने इसे उमर मोहम्मद को सौंपा, जो आदिल और मुज़म्मिल का करीबी साथी है।
पुलवामा के उमर मोहम्मद का नाम भी इस मामले में सामने आया है। उमर एक डॉक्टर है और जैश ए मोहम्मद के उस मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है, जिसके 7 आतंकियों को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था। प्रारंभिक जांच से यह संदेह है कि उमर धमाके के समय गाड़ी चला रहा था।
इस मामले की जांच में दिल्ली पुलिस, स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, एनएसजी, एनआईए, एफएसएल, यूपी एटीएस, हरियाणा पुलिस, गुजरात पुलिस, आईबी और जम्मू-कश्मीर पुलिस शामिल हैं।