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दिल्ली में कार धमाके के बाद मोदी का सख्त संदेश: साजिशकर्ताओं को नहीं बख्शा जाएगा

दिल्ली में एक भीषण कार धमाके ने देश को हिला दिया है, जिसमें 12 लोगों की जान चली गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साजिशकर्ताओं को बख्शने की चेतावनी दी है। जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी के हाथ में है, और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। इस घटना में लखनऊ की डॉ. शाहीन का नाम भी सामने आया है, जो आतंकवादी गतिविधियों में शामिल बताई जा रही हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और क्या है इसके पीछे की साजिश।
 

दिल्ली में भीषण कार धमाका: 12 की मौत

दिल्ली में सोमवार शाम को हुए एक गंभीर कार धमाके ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस घटना में मरने वालों की संख्या मंगलवार तक बढ़कर 12 हो गई, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। लगभग 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। अब तक दो शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि अन्य की पहचान डीएनए परीक्षण के माध्यम से की जाएगी।


जांच में तेजी: एनआईए को सौंपा गया मामला

घटना की गंभीरता को देखते हुए, जांच का कार्यभार लगभग 20 घंटे बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपा गया है। प्रारंभिक जांच में यह विस्फोट एक सुनियोजित साजिश का परिणाम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि साजिशकर्ताओं को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।


उमर नबी के परिवार के सदस्यों को हिरासत में लिया गया

डॉ. मोहम्मद उमर नबी की मां और दो भाइयों को हिरासत में लिया गया है। पुलवामा से उनके दोस्त डॉ. सज्जाद और पिता भी हिरासत में हैं। पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल और डेटोनेटर का उपयोग किया गया था। जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एस.पी. वैद ने कहा कि उमर एक आत्मघाती हमलावर बन गया है।


लखनऊ की डॉ. शाहीन का नाम सामने आया

दिल्ली में हुए बम धमाके में लखनऊ की डॉ. शाहीन शाहिद का नाम सामने आने के बाद कानपुर के मेडिकल कॉलेज में हलचल मच गई। कई लोग इस बात पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि जो महिला कभी कॉलेज की प्रमुख प्रवक्ता रह चुकी थी, वह अब आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है।


सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध की पहचान

दिल्ली में धमाके के समय एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें एक व्यक्ति काले मास्क में कार चलाते हुए दिखाई दे रहा है। यह व्यक्ति डॉ. मोहम्मद उमर नबी से मेल खाता है। वह पुलवामा का निवासी है और फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में फैकल्टी के रूप में कार्यरत था।


धमाके से पहले कार में तीन घंटे तक बैठा रहा उमर

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अनुसार, धमाके से पहले आई-20 कार पास की पार्किंग में लगभग तीन घंटे तक खड़ी रही। डॉ. उमर कार में बैठा रहा और एक पल के लिए भी बाहर नहीं निकला। ऐसा प्रतीत होता है कि वह किसी का इंतजार कर रहा था।


क्या अल-फलाह यूनिवर्सिटी में बनता था आरडीएक्स?

यह ऑपरेशन तब शुरू हुआ जब कश्मीरी मेडिकल प्रोफेसर डॉ. मुजामिल शकील को गिरफ्तार किया गया। उनके आवास से विस्फोटक, डेटोनेटर, बैटरी, टाइमर और हथियार बरामद हुए थे।