×

दिल्ली बम विस्फोट की जांच मुंबई पहुंची, तीन संदिग्ध हिरासत में

दिल्ली में हाल ही में हुए बम विस्फोट की जांच अब मुंबई में भी चल रही है। इस मामले में तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जो उच्च शिक्षित परिवारों से हैं। इनकी पूछताछ दिल्ली में की जा रही है। जांचकर्ताओं का मानना है कि संदिग्ध एक विशेष मोबाइल ऐप के माध्यम से मुख्य आरोपी के संपर्क में थे। विस्फोट के बाद अल फलाह विश्वविद्यालय भी जांच के घेरे में आ गया है, जिससे छात्रों में चिंता का माहौल है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
 

दिल्ली में बम विस्फोट की जांच का विस्तार

हाल ही में दिल्ली में हुए बम विस्फोट की जांच अब मुंबई में भी चल रही है, जिसमें 15 लोगों की जान गई थी। मुंबई पुलिस के अनुसार, केंद्रीय एजेंसियों ने उन व्यक्तियों पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है जो सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से संदिग्धों के संपर्क में थे।


संदिग्धों की गिरफ्तारी

सूत्रों के अनुसार, मुंबई पुलिस द्वारा चलाए गए एक गुप्त ऑपरेशन में शहर के विभिन्न क्षेत्रों से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। ये सभी व्यक्ति उच्च शिक्षा प्राप्त और संपन्न परिवारों से संबंधित हैं।


पूछताछ का सिलसिला

प्रारंभिक हिरासत के बाद, इन संदिग्धों को आगे की पूछताछ के लिए दिल्ली भेजा गया है। केंद्रीय जांच एजेंसियां अब विस्फोट में उनकी संभावित संलिप्तता के बारे में जानकारी जुटाने के लिए उनसे पूछताछ कर रही हैं।


विशिष्ट मोबाइल ऐप की जांच

पुलिस के सूत्रों का कहना है कि संदिग्ध एक विशेष मोबाइल ऐप के माध्यम से मुख्य आरोपी के संपर्क में थे। जांचकर्ताओं का मानना है कि इस ऐप का उपयोग संवेदनशील सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए किया गया होगा। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, एजेंसियां महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों में कार्रवाई कर रही हैं।


दिल्ली विस्फोट का विवरण

10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक धीमी गति से चल रही हुंडई i20 कार में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। विस्फोट ने आसपास के कई वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया।


अल फलाह विश्वविद्यालय की जांच

विस्फोट के बाद, फरीदाबाद का अल फलाह विश्वविद्यालय जांच के दायरे में आ गया है। संस्थान से जुड़े कई डॉक्टरों को कथित आतंकी मॉड्यूल से संबंध के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सरकार ने विश्वविद्यालय के रिकॉर्ड की फोरेंसिक ऑडिट का आदेश दिया है, जबकि प्रवर्तन निदेशालय को इसके वित्तीय लेन-देन की जांच करने का निर्देश दिया गया है।


छात्रों में चिंता का माहौल

सूत्रों के अनुसार, विश्वविद्यालय के संदिग्ध आतंकी नेटवर्क से जुड़े होने के कारण छात्रों और कर्मचारियों में चिंता का माहौल है। वर्तमान में परीक्षाएं चल रही हैं, और कई छात्र अपनी चिंताओं के बावजूद परिसर में रुकने के लिए मजबूर महसूस कर रहे हैं। प्रशासन नियमित कक्षाएं जारी रखने और छात्रावास सुविधाओं को सुचारू रखने का प्रयास कर रहा है, हालांकि कुछ छात्रों ने पहले ही घर लौटने का निर्णय लिया है।