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दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में पाकिस्तान समर्थित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन में पांच आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से हथियार और आईईडी बनाने की सामग्री बरामद की गई। यह कार्रवाई त्योहारी सीजन से पहले की गई है, जिससे पूरे देश में फैले एक गिरोह को ध्वस्त किया गया है। जानें इस मामले में और क्या जानकारी मिली है और आतंकवादियों के संपर्क के बारे में क्या खुलासा हुआ है।
 

दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए पाकिस्तान से जुड़े एक आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में दिल्ली, तेलंगाना और मध्य प्रदेश से पांच आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से हथियार, कारतूस और आईईडी बनाने की सामग्री बरामद की गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी बृहस्पतिवार को साझा की।


उन्होंने बताया कि झारखंड, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में समन्वित छापेमारी के दौरान हथियार, गोला-बारूद और बम बनाने के रसायन भी जब्त किए गए हैं। यह समूह भारत में 'खिलाफत' स्थापित करने की योजना बना रहा था।


त्योहारी सीजन से पहले की गई कार्रवाई

जांचकर्ताओं ने आगामी त्योहारी सीजन से पहले यह कार्रवाई की है, जिससे आतंकवाद-रोधी अभियान में एक बड़ी सफलता मिली है। इन गिरफ्तारियों ने पूरे देश में फैले एक गिरोह को ध्वस्त कर दिया है, जो जिहादी प्रशिक्षण के लिए एक गुप्त आधार बनाने की कोशिश कर रहा था। झारखंड के 23 वर्षीय स्नातकोत्तर छात्र के नेतृत्व में सभी आरोपी कथित तौर पर गुप्त प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहे थे, जिसका उद्देश्य 'गजवा-ए-हिंद' को अंजाम देना था।


आतंकवादी पाकिस्तान के संपर्क में थे

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) प्रमोद कुशवाह ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि ये आतंकवादी पाकिस्तान में स्थित एक आकाओं के संपर्क में थे, जो उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से निर्देश देते थे। उन्होंने कहा कि समूह का उद्देश्य न केवल आईईडी तैयार करना था, बल्कि हथियार बनाने और कट्टरपंथी प्रचार फैलाने के लिए एक आत्मनिर्भर पारिस्थितिकी तंत्र बनाना भी था।


कुशवाह ने बताया कि विशेष प्रकोष्ठ ने झारखंड, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के पुलिस बलों के साथ मिलकर अभियान चलाया। गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों में झारखंड के बोकारो निवासी और मॉड्यूल के सरगना अशहर दानिश, मुंबई के कल्याण निवासी आफताब नासिर कुरेशी, महाराष्ट्र के मुंब्रा निवासी सूफियान अबुबकर खान, तेलंगाना के नरसापुर निवासी मोहम्मद हुजैफ यमन और मध्य प्रदेश के राजगढ़ निवासी कामरान कुरैशी शामिल हैं।


गुप्त आतंकवादी प्रशिक्षण की साजिश

पुलिस ने बताया कि यह गिरोह 'खिलाफत क्षेत्र' स्थापित करने के लिए गुप्त आतंकवादी प्रशिक्षण की योजना बना रहा था, जिसका अंतिम लक्ष्य गजवा-ए-हिंद (भारत पर हमला) था। दानिश को रांची से गिरफ्तार किया गया, जहां उसके किराए के कमरे से आईईडी बनाने के उपकरण और रासायनिक पदार्थ बरामद किए गए। उसने स्वीकार किया कि उसने हिंसक तरीकों से खिलाफत स्थापित करने की साजिश के तहत हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक खरीदे थे।


पुलिस के अनुसार, दानिश ने बताया कि उसे पाकिस्तान स्थित आकाओं से निर्देश मिल रहे थे और वह अन्य मॉड्यूल सदस्यों के साथ लगातार संपर्क में था। गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए कुशवाह ने बताया कि पहली सफलता नौ सितंबर को मिली, जब दिल्ली के हज़रत निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास दो संदिग्धों के पास से दो सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल और 15 कारतूस बरामद हुए।


अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी

इसके बाद 10 सितंबर को रांची, ठाणे, बेंगलुरु, निजामाबाद और राजगढ़ में छापेमारी कर अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। सबसे महत्वपूर्ण बरामदगी मुख्य साजिशकर्ता अशहर दानिश के रांची स्थित किराए के कमरे से हुई, जहां पुलिस को रसायन, गोला-बारूद के पुर्जे और आईईडी बनाने के उपकरण मिले।


पुलिस ने बताया कि एक अन्य आरोपी, फार्मेसी के छात्र मोहम्मद हुजैफ यमन को निजामाबाद से गिरफ्तार किया गया। उसने दानिश के मार्गदर्शन में हथियारों और गोला-बारूद से जुड़े प्रयोग करने की बात कबूल की। राजगढ़ से गिरफ्तार कामरान कुरैशी ने खुलासा किया कि वह सोशल मीडिया ग्रुप्स के जरिए दानिश के संपर्क में आया।