×

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे: यात्रा समय में कमी और प्रगति की समीक्षा

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की प्रगति की समीक्षा करते हुए, राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने बताया कि इस परियोजना के शेष हिस्से अगले 2-3 महीनों में पूरे होंगे। यात्रा का समय 6.5 घंटे से घटकर 2.5 घंटे रह जाएगा। इस परियोजना में कई महत्वपूर्ण सुविधाएँ शामिल हैं, जैसे अंडरपास, रेलवे ओवरब्रिज और सुरंग। हालांकि, भूमि विवादों के कारण कुछ देरी हुई है। जानें इस परियोजना के बारे में और अधिक जानकारी।
 

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की प्रगति

17 मई को सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने 210 किलोमीटर लंबे दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि इस महत्वपूर्ण परियोजना के शेष हिस्से अगले 2-3 महीनों में पूरे हो जाएंगे। एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद यात्रा का समय 6.5 घंटे से घटकर केवल 2.5 घंटे रह जाएगा।


इस परियोजना की लागत लगभग 12,000 करोड़ रुपये है, जो दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के बागपत, शामली और सहारनपुर होते हुए देहरादून तक जाएगी। इस परियोजना के तहत देहरादून में डाटकली से आशरौरी तक 3.4 किलोमीटर का खंड पहले से ही सक्रिय है।


परियोजना की अन्य प्रमुख विशेषताओं में 113 अंडरपास, 5 रेलवे ओवरब्रिज, 76 किलोमीटर की सेवा सड़कें, 16 प्रवेश और निकासी बिंदु, 29 किलोमीटर लंबे ऊंचे रास्ते और 62 बस शेल्टर शामिल हैं। इसके अलावा, देहरादून में डाटकली पर 340 मीटर लंबी तीन-लेन की सुरंग का निर्माण किया गया है।


रिपोर्टों के अनुसार, गाज़ियाबाद के मंडोला में भूमि विवादों के कारण परियोजना में देरी हुई है, क्योंकि वहां एक दो मंजिला घर एक महत्वपूर्ण खंड को अवरुद्ध कर रहा है। अधिकारी सुप्रीम कोर्ट और उच्च न्यायालय के अंतिम निर्णयों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसके अलावा, मार्च 2025 में सहारनपुर में एक्सप्रेसवे के एक खंभे के गिरने के कारण थोड़ी समस्या उत्पन्न हुई, जिसे तुरंत नियंत्रित कर लिया गया।