दिल्ली की मुख्यमंत्री ने ममता बनर्जी की सुरक्षा संबंधी टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का ममता बनर्जी पर हमला
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि हाल ही में एक मेडिकल छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के बाद बनर्जी का यह सुझाव कि छात्राएं रात में बाहर न निकलें, बेहद निंदनीय है। यह टिप्पणी राजनीतिक पतन की चरम सीमा को दर्शाती है।
गुप्ता की आलोचना का कारण
गुप्ता ने अपने एक बयान में कहा कि बनर्जी की यह टिप्पणी तृणमूल कांग्रेस सरकार के 'विफल प्रशासन' और 'नैतिक रूप से खोखले नेतृत्व' को उजागर करती है। उन्होंने यह भी कहा कि बलात्कार पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाय, पश्चिम बंगाल सरकार महिलाओं की स्वतंत्रता और अधिकारों पर सवाल उठा रही है।
महिलाओं की सुरक्षा पर गुप्ता की अपेक्षाएं
गुप्ता ने कहा कि एक राज्य के नेता को महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की गारंटी देनी चाहिए, न कि उनकी स्वतंत्रता पर अत्याचारी प्रतिबंध लगाने चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में सत्ता में बैठे लोग अपराधियों को संरक्षण देते हैं, जबकि न्याय की मांग करने वाले पीड़ितों की आवाज को दबा दिया जाता है।
घटना का विवरण
शुक्रवार रात को, दुर्गापुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज की एक द्वितीय वर्ष की छात्रा (जो ओडिशा की निवासी है) के साथ परिसर के बाहर कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया। यह घटना तब हुई जब वह एक दोस्त के साथ रात का खाना खाने गई थी। 23 वर्षीय छात्रा का वर्तमान में दुर्गापुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, कोलकाता हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए, बनर्जी ने कहा कि 'वह एक निजी मेडिकल कॉलेज में पढ़ रही है। इसकी जिम्मेदारी किसकी है? वह रात के 12.30 बजे बाहर कैसे आई?' उन्होंने कहा कि हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को नियमों का पालन करना चाहिए और देर रात बाहर जाने से बचना चाहिए, हालांकि उन्हें कहीं भी जाने का मौलिक अधिकार है।
बनर्जी का स्पष्टीकरण
बनर्जी ने बाद में स्पष्ट किया कि उनके शब्दों को 'जानबूझकर तोड़-मरोड़कर पेश किया गया' और 'संदर्भ से बाहर ले जाया गया'। पीड़िता का दुर्गापुर के अस्पताल में इलाज जारी है, जबकि मामले में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।