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दिल्ली की चार बहनों का महाकुंभ यात्रा का अनोखा किस्सा

दिल्ली की चार बहनों ने अचानक महाकुंभ जाने का निर्णय लिया और बिना किसी को बताए यात्रा पर निकल पड़ीं। जब उन्होंने अपने परिवार को सूचित किया, तो उनकी माँ ने मजाक में कहा कि उन्हें भी साथ ले जाना चाहिए था। इस यात्रा के दौरान उन्होंने महिला सुरक्षा पर भी अपने विचार साझा किए। जानें इस अनोखी यात्रा के बारे में और क्या हुआ जब वे संगम पहुंचीं।
 

दिल्ली की चार बहनों की महाकुंभ यात्रा


महाकुंभ समाचार: दिल्ली के शाहदरा क्षेत्र की चार बहनें, सरिता, प्रीति, शशि और शिल्पा, अचानक सुर्खियों में आ गई हैं। इन बहनों ने महाकुंभ जाने का अचानक निर्णय लिया और बिना किसी को बताए ट्रेन की टिकट खरीदकर निकल पड़ीं। जब इनसे बात की गई, तो उन्होंने बताया कि महाकुंभ पहुंचने के बाद ही अपने परिवार को इस यात्रा के बारे में सूचित किया।


यूपी Tak से बातचीत में बहनों ने कहा कि उन्होंने बिना किसी योजना के महाकुंभ जाने का फैसला किया। उन्होंने जनरल डिब्बे में यात्रा की और यहां आकर व्यवस्था को संतोषजनक पाया।


सबसे दिलचस्प बात यह थी कि जब बहनों ने अपने घरवालों को बताया कि वे संगम में स्नान करने आई हैं, तो उन्होंने कहा कि वे अपने माता-पिता को भी यहां लाने की योजना बना रही हैं। एक बहन ने मजाक में कहा कि ऐसा अवसर 144 साल बाद आएगा, इसलिए उन्होंने सोचा कि अपने पापों को धो लेना चाहिए।


महिला सुरक्षा पर विचार

‘लड़कियों, लड़कों से कम नहीं’


महिला सुरक्षा के मुद्दे पर एक बहन ने कहा कि आज की लड़कियां लड़कों से किसी भी मामले में कम नहीं हैं और उन्हें डरने की आवश्यकता नहीं है।


माँ की प्रतिक्रिया

‘मम्मी बोलीं मुझे भी ले जातीं’


जब बहनों ने महाकुंभ पहुंचकर अपने परिवार को सूचित किया, तो उनकी माँ ने कहा, 'अकेले क्यों गईं, मुझे भी ले जातीं।' यह उनकी दूसरी आध्यात्मिक यात्रा है, इससे पहले वे वैष्णों देवी गई थीं, लेकिन उस बार उन्होंने यात्रा की जानकारी अपने घरवालों को दी थी। अब वे महाकुंभ के बाद अयोध्या जाने की योजना बना रही हैं।