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दिल्ली एयरपोर्ट पर सिस्टम क्रैश: उड़ानों में देरी और सुरक्षा चिंताएं

दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर हाल ही में एक गंभीर तकनीकी समस्या ने हवाई यातायात को प्रभावित किया, जिससे सैकड़ों उड़ानें देरी का सामना कर रही हैं। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर गिल्ड ने पहले ही अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि देश के ऑटोमेशन सिस्टम में गिरावट आ रही है। जानें इस घटना के पीछे के कारण और इसके समाधान के प्रयासों के बारे में।
 

दिल्ली एयरपोर्ट पर बड़ा तकनीकी संकट

दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हाल ही में एक गंभीर तकनीकी समस्या ने हड़कंप मचा दिया। इस घटना के कारण सैकड़ों उड़ानों में देरी हुई और लगभग 16 घंटे तक हवाई यातायात प्रभावित रहा। यह घटना भारत में एयर ट्रैफिक कंट्रोल की पुरानी तकनीक के बारे में लंबे समय से चल रही चिंताओं को फिर से उजागर करती है।


एयर ट्रैफिक कंट्रोलर गिल्ड की चेतावनी

गुरुवार को हुई इस घटना से पहले, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर गिल्ड (इंडिया) ने अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि देश के ऑटोमेशन सिस्टम में गिरावट आ रही है। इसमें दिल्ली और मुंबई जैसे प्रमुख हवाई अड्डों पर बार-बार धीमापन और डेटा प्रोसेसिंग में देरी शामिल है।


सिस्टम की समीक्षा की आवश्यकता

गिल्ड ने जुलाई 2025 में सरकार और विमानन अधिकारियों को एक पत्र भेजकर हवाई नेविगेशन सिस्टम की नियमित समीक्षा और वैश्विक मानकों के अनुरूप अपडेट करने का आग्रह किया। पत्र में पूर्वानुमान उपकरणों, AI-बेस्ड कॉन्फ्लिक्ट डिटेक्शन, और रीयल-टाइम डेटा शेयरिंग की कमी की ओर इशारा किया गया।


सिस्टम क्रैश का कारण

इस हफ्ते की घटना ऑटोमेटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (AMSS) में हुई, जो भारत में हवाई यातायात नियंत्रण का डिजिटल आधार है। AMSS उड़ान योजनाओं, मौसम संबंधी आंकड़ों और समन्वय संदेशों को पायलटों और हवाई यातायात नियंत्रण टावरों के बीच भेजता है। इसके खराब होने से मैन्युअल संचालन करना पड़ा, जिससे सैकड़ों उड़ानों में देरी हुई।


समस्या का समाधान

एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के अनुसार, यह समस्या गुरुवार शाम को शुरू हुई और शुक्रवार सुबह तक बढ़ती रही। 15 घंटे से अधिक समय तक 800 से अधिक उड़ानें प्रभावित रहीं और लगभग 100 उड़ानें रद्द कर दी गईं। AAI ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआईएल) के इंजीनियरों को सहायता के लिए बुलाया गया और शुक्रवार रात तक समस्या का समाधान कर लिया गया।