दशहरा पर ग्रहों की स्थिति: कौन सी राशियाँ पाएंगी लाभ?
दशहरा का महत्व और ग्रहों की स्थिति
दशहरे का पर्व विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस वर्ष नवरात्रि के दौरान तिथि वृद्धि के कारण एक शुभ संयोग बना है। दशमी तिथि पर ग्रहों की स्थिति भी मजबूत है। इस दिन देवगुरु बृहस्पति अपनी उच्च स्थिति में रहेंगे, जबकि शुक्र सिंह राशि में विद्यमान होगा। सूर्य कन्या राशि में रहेगा और बुध का परिवर्तन सुबह 7:10 बजे के बाद तुला राशि में होगा, जहां वह मंगल के साथ योग बनाएगा। चंद्रमा मकर राशि में होगा, शनि देव गुरु बृहस्पति के राशि मीन में रहेंगे, और राहु कुंभ राशि में तथा केतु सिंह राशि में विद्यमान रहेंगे। इस प्रकार सूर्योदय के समय बुधादित्य नामक योग का निर्माण होगा।
राशियों के लिए विशेष संकेत
मेष: मनःस्थिति में बदलाव आएगा, पारिवारिक कार्यों में प्रगति होगी, लेकिन जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ेगी। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी।
वृष: आर्थिक गतिविधियों में सुधार होगा, लेकिन अति घनिष्ठ व्यक्ति से तनाव बढ़ सकता है। स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है।
मिथुन: बौद्धिकता में वृद्धि होगी और आर्थिक प्रगति संभव है। दांपत्य जीवन में सकारात्मकता आएगी।
कर्क: मनोबल में सकारात्मकता आएगी, लेकिन पारिवारिक तनाव बढ़ सकता है।
सिंह: संतान की प्रगति से मन प्रसन्न होगा, लेकिन पारिवारिक विवाद संभव हैं।
कन्या: वाणी की तीव्रता में वृद्धि होगी, लेकिन दांपत्य जीवन में तनाव बढ़ सकता है।
तुला: स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें, मानसिक संघर्ष बढ़ सकता है।
वृश्चिक: पारिवारिक कार्यों में वृद्धि होगी, लेकिन स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ सकता है।
धनु: पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ेगी, लेकिन शत्रुओं पर विजय संभव है।
मकर: पराक्रम में वृद्धि होगी, लेकिन दांपत्य जीवन में तनाव हो सकता है।
कुंभ: बौद्धिक क्षमता का लाभ मिलेगा, लेकिन मानसिक चिंता बढ़ सकती है।
मीन: सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी, लेकिन पारिवारिक खर्च बढ़ सकता है।