दमोह में लव जिहाद के विवाद ने मचाई हलचल, पत्थरबाजी की घटनाएं
दमोह में बवाल का कारण
मध्य प्रदेश के दमोह जिले के हटा क्षेत्र में मंगलार रात को दो समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया। इस दौरान सड़कों पर जमकर बवाल हुआ और पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं। यह विवाद तब शुरू हुआ जब एक हिंदू कॉलेज की छात्रा को सरबर नामक व्यक्ति ने अपने साथ ले जाने का आरोप लगाया। सरबर पर आरोप है कि उसने खुद को सौरभ बताकर लड़की को प्रेम जाल में फंसाया और उसे भगा ले गया।
लड़की का बयान और पुलिस की कार्रवाई
इस घटना के बाद पीड़ित परिवार और हिंदू संगठनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद, लापता लड़की ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उसने कहा कि वह सरबर को पिछले सात वर्षों से जानती है और अपनी मर्जी से शादी की है। दो दिन बाद पुलिस ने उसे ढूंढ निकाला।
जब लड़की हटा वापस आई, तो उसने बयान दिया कि सरबर ने उसे जबरन अपने साथ ले जाने का प्रयास किया और वीडियो को दबाव डालकर वायरल कराया। इसके बाद सरबर को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, हिंदू संगठनों ने इस मामले को लेकर और भी कार्रवाई की मांग की।
सड़क पर बवाल और पुलिस की कार्रवाई
मंगलवार रात, बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए। मुस्लिम समुदाय के लोग भी वहां पहुंचे और दोनों पक्षों के बीच बहस शुरू हो गई। कुछ समय बाद पत्थरबाजी की घटनाएं भी हुईं। दोनों पक्ष हटा पुलिस थाने पहुंचे और वहां भी बवाल मचाया। इस दौरान प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल भी हटा में एक कार्यक्रम में शामिल थे।
फसाद की सूचना मिलने के बाद डिप्टी सीएम ने हटा छोड़ दिया। कलेक्टर और एसपी ने स्थिति को संभाला और लगभग दो घंटे की बातचीत के बाद मामला शांत कराया। हिंदू संगठनों ने इस मामले में कड़ी आपत्ति जताई है और शब्बीर नामक व्यक्ति पर कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस का बयान
जिले के एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने कहा कि फिलहाल हटा में शांति है। दोनों पक्षों की बात सुनी गई है और जिस व्यक्ति ने विवादास्पद कमेंट्स किए हैं, उस पर मामला दर्ज किया जा रहा है। पुलिस इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर रही है।