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दतिया में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पुतले का दहन, बवाल और पुलिस कार्रवाई

दतिया के इंदरगढ़ में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पुतले का दहन करने को लेकर भीम आर्मी और हिंदू संगठनों के बीच झड़प हुई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इस घटना में तीन लोग घायल हुए हैं। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
 

दतिया में बवाल की वजह

दतिया। मध्य प्रदेश के इंदरगढ़ कस्बे में शनिवार शाम को सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पुतले का दहन करने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। भीम आर्मी और हिंदू संगठनों के बीच झड़पें और पथराव की घटनाएं हुईं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और वाटर कैनन का भी उपयोग किया गया। इस झड़प में तीन लोग घायल हुए हैं, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


पुतला दहन की तैयारी

शनिवार को, भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के लगभग 200 कार्यकर्ता, ग्वालियर संभागीय अध्यक्ष केशव यादव के नेतृत्व में, बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का पुतला जलाने के लिए अंबेडकर पार्क से रैली निकाल रहे थे। जब उनका जुलूस ग्वालियर चौराहे के पास पहुंचा, तो कार्यकर्ताओं ने निर्धारित स्थान से लगभग 25 फुट पहले ही पुतला फूंक दिया।


विरोध और झड़प

पुतला दहन के दौरान, वहां मौजूद हिंदू संगठनों के 70 से 80 कार्यकर्ताओं ने विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान, हिंदू संगठनों के सदस्यों ने आजाद समाज पार्टी के नेता दामोदर यादव का पुतला भी जला दिया। दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ने से पहले ही पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रित किया।


पुलिस की कार्रवाई

हालांकि, पुलिस के समझाने के बावजूद तनाव बना रहा। कुछ समय बाद, भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता इंदरगढ़ थाने पहुंचे और धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदू संगठनों के सदस्यों ने जातिगत गालियां दीं और उनके कार्यक्रम में बाधा डाली। थाने से लौटते समय, दोनों गुटों का फिर से आमना-सामना हो गया, जिसके परिणामस्वरूप पथराव शुरू हो गया।


पुलिस की तैयारियां

सनातन हिंदू संगठन के नगर अध्यक्ष शिरोमणि सिंह राठौर ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री जात-पात मिटाने और सनातन एकता की बात करते हैं, इसलिए संतों का पुतला जलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पुलिस ने बताया कि हंगामा करने वाले दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं की पहचान कर ली गई है और इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।